Skip to content

न्यूजीलैंड: नामी अस्पताल में 'नकली' डॉक्टर था कृष्णन! पाएगा लंबी सजा

जज फॉरेस्ट ने कृष्णन को आदेश दिया कि वह न्यूजीलैंड छोड़कर न जाए और अस्पताल के कर्मचारियों से कोई संपर्क न रखे। पुलिस अब भी मामले की जांच कर रही है। इससे पहले कृष्णन को वाहन परिचालन संबंधी अपराधों में दो बार दोषी ठहराया जा चुका था।

न्यूजीलैंड के सबसे व्यस्त अस्पतालों में से एक ने भारतीय युवक युवराज कृष्णन को काम पर रखा तो दस्तावेज देखकर ही था लेकिन वे सारे दस्तावेज फर्जी होंगे इसका अंदाजा नहीं था। जब कृष्णन के एक सहयोगी को शक हुआ तो पता चला कि वह दस साल पुराना एक फर्जी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट था। लेकिन तब तक कृष्णन छह महीने ऑकलैंड के मिडलमोर अस्पताल में बतौर डॉक्टर काम कर चुका था।

Surgeon wearing a mask during surgery.
अदालत में दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक कृष्णन ने शोध करने के साथ-साथ अस्पताल में मरीज भी देखे। Photo by National Cancer Institute / Unsplash

पिछले महीने 10 अगस्त को कृष्णन को काम से निकाला गया। बीते बुधवार उसे मनुकाऊ जिला अदालत में पेश किया गया जहां उसके वकील स्टीव कलेन ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने के आरोपों को स्वीकार करते हुए अपराध मान लिया। कृष्णन को दस साल तक की सजा हो सकती है। मनुकाऊ जिला अदालत की जज जेन फॉरेस्ट ने कृष्णन को जमानत देते हुए कहा कि दिसंबर महीने में सजा का ऐलान किया जाएगा।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest