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About us... हमारे बारे में जानें

पूरे विश्व में करीब 3.2 करोड़ प्रवासी भारतीय निवास करते हैं। वे जिन देशों में रह रहे हैं, वहां वे पूरी मेहनत और लगन से उस देश के विकास से तो जुड़े हुए ही हैं, साथ ही उस देश की संस्कृति, भाषा और राष्ट्रीयता का भी पूरा सम्मान करते हैं। इन सबके बावजूद इन प्रवासी भारतीयों के मन में हमेशा से अपने देश को लेकर एक ‘सॉफ्ट कॉर्नर’ रहा है। उनकी गर्भनाल बहुत गहरी और विस्तृत है। वे भी चाहते हैं कि उनके सुख-दुख, उनके कार्य, गतिविधियां उनके देश के अलावा प्रवासी भारतीयों तक भी पहुंचे। इसके लिए हमने एक ठोस व प्रभावी प्रयास शुरू किया है।

इन्हीं प्रवासियों के ‘मन की बात’ को साझा करने के लिए अमेरिका स्थित वांशिगटन से हमने एक हिंदी वेबसाइट ‘न्यू इंडिया अब्रॉड’ (प्रवासी भारतीयों का मंच) प्रारंभ की है। शुरुआती दौर में ही इसके परिणाम सकारात्मक और मनभावन आए हैं। कारण यह है कि हमने प्रवासी भारतीयों के मन की बात, सुख-दुख के अलावा उनकी पहचान व आर्थिक पक्ष को भी उकेरने का प्रयास किया है। हमारी लगातार यह कोशिश है कि अमेरिका, भारत, खाड़ी देश, कनाडा, आस्ट्रेलिया, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका तक फैले भारतीय मूल के लोगों तक राजनीति, कूटनीति, अर्थशास्त्र, कारोबार, धर्म-संस्कृति, मनोरंजन, शिक्षा व अन्य जानकारी भरोसेमंद तरीके से पहुंचती रहे।


‘न्यू इंडिया अब्रॉड’ अनुभवी व पेशेवर लोगों का एक छोटा सा समूह है। चूंकि दुनिया एक वैश्विक गांव (Global Village) में परिवर्तित हो चुकी है, इसलिए हम मानते हैं कि हमारा यह ऑनलाइन संस्करण पूरी प्रतिबद्धता के साथ, समय पर आप तक पूरी जानकारी पहुंचाता रहेगा। सनसनी फैलाना हमारा उद्देश्य नहीं है। हम चाहते हैं कि तथ्यपरक व समुचित जानकारी के अलावा प्रभावी विचार पाठकों तक पहुंचे। इसके लिए हमारा प्रयास रहेगा कि हम ऐसे पत्रकारों व लेखकों के विचार भी प्रकाशित करते रहेंगे, जिन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका व भारत के अलावा प्रवासी भारतीय देशों में वर्षों निष्पक्ष व सकारात्मक पत्रकारिता की है। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि निर्भीक, पक्षपात से परे और बिना भय व स्वार्थ के हम पत्रकारिता में मानदंड स्थापित करेंगे। हम आपके सामने समाचारों के जरिए एक ऐसी अलग दुनिया प्रस्तुत करेंगे, जो आपकी जिंदगी को आगे बढ़ने में सहयोग करे साथ ही उसमें जोश का संचार भी कर दे।


हिंदी में क्यों?

प्रश्न यह है कि हमने वेबसाइट को हिंदी भाषा में क्यों शुरू किया? असल में एक भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है। दुनिया भर में हिंदी का विस्तार लगातार बढ़ रहा है। यह विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और हिंदी का बढ़ता प्रचार-प्रसार उसे भविष्य की भाषा बनाएगा। एक भारतीय होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हमें भी हिंदी के महत्व को बढ़ावा देना चाहिए। विभिन्न देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय भी हिंदी से जुड़ाव में अपनापन महसूस करते हैं। हिंदी अब रोजगार की भाषा भी बन गई है। विभिन्न कंपनियां हिंदी भाषा को अपना रही हैं। ऑनलाइन/सोशल मीडिया और संचार माध्यमों में भी हिंदी ने अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। हम मानते हैं कि हिंदी भाषा को अपनाने का निर्णय हम सबको बेहतर कल की ओर ले जाएगा।

हमें आपसे सहयोग की अपेक्षा है।