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भारत में चुनाव तक मजबूत रह पाएगी आक्रामक आम आदमी पार्टी?

आम आदमी पार्टी लगातार किसी न किसी संकट में फंस ही जाती है। उस पर आरोप हैं कि उसने दिल्ली में लिकर पॉलिसी को लागू करने में बड़ा घोटाला किया है, जिसकी जांच चल रही है। इस जांच के चलते पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है।

भारत में आम चुनाव (लोकसभा) अगले साल होने हैं, लेकिन इस चुनाव में हारजीत को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व उसका गठबंधन और पूरा विपक्ष (I.N.D.I.A.) अभी से मेहनत में जुटा है। लेकिन विपक्ष का प्रमुख घटक आम आदमी पार्टी के सामने लगातार समस्या आ रही है। पार्टी के प्रमुख नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिए गए हैं। फिलहाल पार्टी की फ्रंट लाइन के तीन प्रमुख नेता जेल में हैं और उसकी सेकेंड लाइन की लीडरशिप खाली पड़ी हुई है। संभावना जताई जा रही है कि भ्रष्टाचार की यह आंच पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पहुंची तो पार्टी के सामने अस्तित्व का संकट न खड़ा हो जाए।

भारत की राजधानी दिल्ली में राज कर रही आम आदमी पार्टी लगातार किसी न किसी संकट में फंस ही जाती है। इस सरकार पर आरोप हैं कि उसने दिल्ली में लिकर पॉलिसी को लागू करने में बड़ा घोटाला किया है, जिसकी जांच चल रही है। इस जांच के चलते पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। सिंह पर आरोप है कि उसने लिकर कारोबारी मोटा पैसा लिया और उसका प्रयोग चुनाव में किया। संजय सिंह और केजरीवाल का कहना है कि चूंकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार निश्चित है, इसलिए विपक्ष का लगातार निशाना बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि शराब घोटाले के कारण में ही पार्टी के प्रमुख नेता व सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं और उनकी जमानत नहीं हो पा रही है।

अपने नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ आप ने देशभर में प्रदर्शन किया। फोटो: @AamAadmiParty

आम आदमी पार्टी भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहती है, या उसके नेता खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इस पर कोर्ट में कई केस चल रहे हैं और राजनैतिक पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। आप नेता इस मसले पर आक्रामक हैं और दावा कर रहे हैं कि उन जितना अधिक अत्याचार होगा, आगामी चुनाव में मोदी के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी। लेकिन सवाल यह है कि भारत की आप पार्टी जो आक्रामक प्रचार के लिए जानी जाती है, उसकी फ्रंट लाइन के तीन नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में बंद हैं। सिसोदिया व संजय सिंह के अलावा सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी हवाला आरोप में जेल में बंद है। राजनैतिक पर्यवेक्षक मान रहे हैं कि इस भ्रष्टाचार की जद में पार्टी के संयोजक केजरीवाल भी एक बार जरूर आएंगे, अगर ऐसा हुआ तो पार्टी के लिए जबर्दस्त परेशानी खड़ी हो सकती है।

दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा के अनुसार दिक्कत यह है कि यह पार्टी पूरे देश में राज करने की बात तो करती है, लेकिन इसमें सेकेंड लाइन व थर्ड लाइन के नेताओं की बेहद कमी है। असल में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ही इसके लिए गंभीर प्रयास नहीं किए और ये दो-चार नेता ही प्रचार के बल पर अपना परचम लहराए हुए हैं। वैसे पार्टी में कुछ नेता हैं, जो मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनमें इतनी कुव्वत नहीं है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को आगे बढ़ा सके। फिलहाल संजय सिंह दस दिन की ईडी रिमांड पर हैं और देखना यह होगा कि उनकी गिरफ्तारी क्या गुल खुलाएगी। अगर भ्रष्टाचार की आंच केजरीवाल तक पहुंची तो आप के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी। इसका परिणाम यह भी निकल सकता है कि विपक्षी पार्टियां आप से दूरी बनाना शुरू कर दे। अगर ऐसा हुआ तो भारत की राजनीति का रुख बदल जाएगा।

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