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लंदन में यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल का भव्य उद्घाटन

UKAFF के संस्थापक और निदेशक डॉ.पुष्पिंदर चौधरी ने कहा कि इस साल शॉर्ट्स, वृत्तचित्रों और फीचर फिल्मों की अविश्वसनीय रूप से लंबी कतार है जिसको लेकर हम रोमांचित हैं। देश भर के दर्शक इस बार बड़े पर्दे पर और डिजिटल रूप में इस दक्षिण एशियाई सामग्री का आनंद ले पाएंगे।

साउथबैंक के ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट में यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल (UKAFF) 2022 की शानदार शुरुआत पाकिस्तानी फिल्म जावेद इकबाल: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए सीरियल किलर के साथ हुई। वर्तमान में पाकिस्तान में प्रतिबंधित यह फिल्म सीरियल किलर जावेद इकबाल की कहानी पर आधारित है जिसने 1998 और 1999 के बीच लाहौर में 100 से अधिक बच्चों का यौन शोषण और हत्या कर दी थी।

जावेद इकबाल: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए सीरियल किलर का पोस्टर।

इस साल की थीम 'डेयर टू ड्रीम' भारत और पाकिस्तान की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में है। यह फेस्टिवल 4-15 मई तक लंदन, बर्मिंघम, लीसेस्टर, कोवेंट्री, वारविक, ब्रैडफोर्ड, स्टॉकटन और ग्लासगो में चलेगा। यह फेस्टिवल बीएफआई प्लेयर और मॉडर्न फिल्म्स के माध्यम से ऑनलाइन भी उपलब्ध है। यह भारत के बाहर दुनिया का सबसे लंबा चलने वाला दक्षिण एशियाई फिल्म समारोह है।

कई कलाकार जिन्होंने शानदार ढंग से संस्कृति को कहानियों में पिरोने का काम किया।

UKAFF के संस्थापक और निदेशक डॉ.पुष्पिंदर चौधरी ने कहा कि इस साल शॉर्ट्स, वृत्तचित्रों और फीचर फिल्मों की अविश्वसनीय रूप से लंबी कतार है जिसको लेकर हम रोमांचित हैं। देश भर के दर्शक इस बार बड़े पर्दे पर और डिजिटल रूप में इस दक्षिण एशियाई सामग्री का आनंद ले पाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह फैस्टिवल कई वार्ताओं और कार्यशालाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण और दिलचस्प चर्चा के लिए भी जगह बनाता है। हमारी 2022 की थीम 'डेयर टू ड्रीम' जाहिर करती है कि हम वर्जित मुद्दों से कैसे निपटते हैं और कैसे स्वतंत्रता को फिर से परिभाषित करते हैं।

बता दें कि गैर-लाभकारी कंपनी टोंग्स ऑफ फायर द्वारा प्रस्तुत UKAFF को ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट का समर्थन है। UKAFF को डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग (DCMS) और कला परिषद इंग्लैंड का भी समर्थन मिलता है।

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