Skip to content

चिंताओं को झेलने की क्षमता पैदा कर देता है प्राणायाम, अपना लीजिए

प्राणायाम का अभ्यास शरीरिक स्तर पर विषाक्त पदार्थों को हटाते हुए आपके शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। प्राणायाम विश्राम और मन की शांति को बढ़ावा देता है। यह फेफड़ों के कार्य, रक्तचाप और मस्तिष्क सहित शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी असरदार साबित हुआ है। इससे आप तनाव से मुक्त होकर जीवन जी सकते हैं।

Photo by Erik Brolin / Unsplash

कई लोगों के लिए प्राणायाम एक बोझिल सा लगने वाला काम जान पड़ता है। लेकिन अगर आप इसके फायदे को जानेंगे तो इससे दूर नहीं रह पाएंगे। आम भाषा में कहें तो प्राणायाम श्वास लेने और छोड़ने का एक अभ्यास है। योग दर्शन के आठ अंगों में यह एक महत्वपूर्ण भाग है। संस्कृत में, 'प्राण' का अर्थ है जीवन ऊर्जा और 'यम' का अर्थ है विस्तार। इसलिए इसका सामान्य अर्थ निकलता है प्राणों को विस्तार देना।

प्राणायाम के अभ्यास में श्वास अभ्यास और पैटर्न शामिल हैं। आप एक खास तरीके से श्वास लेते हैं, छोड़ते हैं या फिर अपनी सांस रोकते हैं। प्राणायाम आपकी सांसों को नियंत्रित करने का सनातन अभ्यास है। सामान्य शब्दों में कहें तो प्राणायाम का लक्ष्य मन को मिटाना है। अमन की स्थिति को हासिल करना है। इसके इतने फायदे हैं कि आप इसे जानकार दंग रह जाएंगे। लेकिन इसे किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में ही करना चाहिए।

sockwa7
प्राणायाम के अभ्यास में श्वास अभ्यास और पैटर्न शामिल हैं। Photo by Patrick Malleret / Unsplash

इसका अभ्यास शरीरिक स्तर पर विषाक्त पदार्थों को हटाते हुए आपके शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। इसलिए इसके अभ्यास से कई शारीरिक लाभ हासिल होते हैं। इसे लेकर तमाम तरह के रिसर्च भी किए गए हैं। इससे पता चलता है कि प्राणायाम विश्राम और मन की शांति को बढ़ावा देता है। यह फेफड़ों के कार्य, रक्तचाप और मस्तिष्क सहित शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी असरदार साबित हुआ है।

आज तनाव जानलेवा बना हुआ है। हर कोई तनाव से गुजर रहा है। लेकिन अगर आप प्राणायाम का अभ्यास करते हैं तो यह तंत्रिका तंत्र को शांत करता है। इससे आप तनाव से मुक्त होकर जीवन जी सकते हैं। प्राणायाम के अभ्यास से चिंता को झेलने की क्षमता पैदा होती है। इसका अभ्यासी विपरित परिस्थितियों में भी शांत रहकर चुनौतियों का मुकाबला कर सकता है। प्राणायाम का महज 5 मिनट का रोजाना अभ्यास आपको नींद की बीमारी से मुक्त कर सकता है। यह आपके शरीर को शांत करने में मदद कर सकता है। प्राणायाम ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया वाले लोगों में नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करता है।

a wide version of the morning yoga session over looking the Bali jungle.
प्राणायाम के अभ्यास से चिंता को झेलने की क्षमता पैदा होती है। Photo by Jared Rice / Unsplash

दरअसल, प्राणायाम के अभ्यास के दौरान आप अपनी सांस के बारे में सजग रहते हैं। इससे आप अतीत या भविष्य के बजाय वर्तमान क्षण पर ध्यान केंद्रित करने के प्रति जागरुक रहते हैं। इससे आपकी सजगता बढ़ती है, फोकस बढ़ता है। मन विलिन होता है तो आप शांत होते हैं। और आप अपने कार्य के प्रति पूरी तरह से समर्पित होते हैं। फिर आप जो कुछ भी करते हैं वह परिणामकारी होता है। और आप अपने क्षेत्र में तरक्की करते हैं।

सामान्य रोगों की बात करें तो प्राणायाम के अभ्यास से उससे भी मुक्त हुआ जा सकता है। उच्च रक्तचाप की स्थिति की बात करें तो इसमें आपके रक्त का लेवर एक अस्वास्थ्यकर स्तर तक पहुंच जाता है। यह हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी संभावित गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के लिए जोखिम बढ़ाता है। लेकिन अगर आप प्राणायाम का अभ्यास करते हैं तो यह आपके भीतर विश्राम को बढ़ावा देकर इस तरह के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

गहरे और धीमे तरीके से सतत श्वास लेने के अभ्यास से आपके फेफड़ों को ताकत मिलती है। इस तरह आप इससे जुड़ी कई तरह की बीमारियों से मुक्त हो सकते हैं। आपके फेफड़ों को लाभ पहुंचाने के अलावा प्राणायाम आपके मस्तिष्क को भी शांत रखने में, उसे मजबूत करने में मदद करता है।

सामान्य रोगों को दूर करने की क्षमता है प्राणायाम में। Photo by Dane Wetton / Unsplash

आम तौर पर समझा जाता है कि प्राणायाम किसी खास स्थिति में बैठकर ही किया जा सकता है। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। अगर आप अपने सांसों के प्रति सजग हैं, आपका ध्यान सांसों के प्रति बना रहता है तो आप चलते फिरते इसका अभ्यास कर सकते हैं। इसलिए जो अभ्यासी हैं वो इसे जानते हैं। योगासन के अभ्यास के साथ भी प्राणायाम किया जाता है।

Comments

Latest