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पहली बार सऊदी अरब से लाया गया कोरोना संक्रमित व्यक्ति का पार्थिव शरीर

रियाद में भारतीय दूतावास और विभागीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही यह प्रक्रिया संभव हो पाई है। लक्ष्मणन की 2 अगस्त को सऊदी अरब के रियाद के एस्टोर धर्मसभा अस्पताल में मौत हो गई थी।

कोरोना की शुरुआत से अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि किसी भारतीय की विदेशी जमीन पर मौत हो जाने के बाद उसका शव भारत लाया गया हो। लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब सऊदी अरब में कोरोना के इलाज के दौरान एक मलयाली व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी और उसका शव हाल ही में भारत लाकर दफनाया गया। जिनकी मौत हुई वह कन्नूर के मालनूर निर्मलगिरी के मूल निवासी थे। उनका नाम लक्ष्मणन चेरुवलम और उम्र 62 वर्ष थी।

लक्ष्मणन चेरुवलम की कोरोना बीमारी के इलाज के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। 

लक्ष्मणन को भारत लाने का सारा जिम्मा रियाद में सामाजिक सेवा करने वाले सनूप पय्यानूर ने उठाया था। 12 दिनों के निरंतर प्रयासों के बाद सनूप पय्यानूर केंद्र और राज्य सरकारों के राजनयिकों और जनप्रतिनिधियों को समझाने में सफल रहे जिससे लक्ष्मणन के शरीर को वापस भारत लाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमित शवों को सऊदी अरब से दूसरे देशों में ले जाया जा सकता था लेकिन भारत में इसकी अनुमति नहीं थी। रियाद में भारतीय दूतावास और विभागीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही यह प्रक्रिया संभव हो पाई है।

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