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विश्व संस्कृति महोत्सव में नवरंग का गरबा, सौजन्य आर्ट ऑफ लिविंग

संस्कृति महोत्सव का एक उद्देश्य दुनियाभर के कलाकारों को एक साथ लाकर एकता और सौहार्द कायम करना है। महोत्सव में मंच प्रदान करने और कला के माध्यम से एकता के प्रयासों का हिस्सा बनने के लिए डांस अकादमी ने आर्ट ऑफ लिविंग का शुक्रिया भी अदा किया है।

विश्व संस्कृति महोत्सव में नवरंग की टोली। Image : NIA

भारतीय कला और संस्कृति के रंग अमेरिका में अक्सर देखने को मिलते हैं। तीज-त्योहारों के अलावा भारतीय अथवा भारतीय मूल के कलाकार जब तक अमेरिका में अपने हुनर का प्रदर्शन नहीं कर लेते तब तक शायद उनके मन को भी संतुष्टि नहीं मिलती।

महोत्सव का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से किया गया था। Image : NIA

इसी क्रम में इधर भारत में त्योहार का मौसम शुरू हुआ तो उधर अमेरिका में नवरंग डांस अकादमी ने हिंदुस्तानी गरबा से लोगों का मन मोह लिया। वाशिंगटन डीसी के नेशनल मॉल में सितंबर 29 से 1 अक्तूबर के बीच विश्व संस्कृति महोत्सव का आयोजन किया गया था।

संस्कृति महोत्सव का उद्देश्य एकता और सौहार्द कायम करना है। Image : NIA

महोत्सव का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से किया गया था। इस महोत्सव में दुनियाभर से करीब 4000 गरबा कलाकार शामिल हुए। इन सभी कलाकारों के बीच ही नवरंग डांस अकादमी के सदस्यों ने अपनी कला के माध्यम से वैश्विक एकता का प्रदर्शन किया और खुद को गौरवान्वित महसूस किया।

संस्कृति महोत्सव का एक उद्देश्य दुनियाभर के कलाकारों को एक साथ लाकर एकता और सौहार्द कायम करना है। महोत्सव में मंच प्रदान करने और कला के माध्यम से एकता के प्रयासों का हिस्सा बनने के लिए डांस अकादमी ने आर्ट ऑफ लिविंग का शुक्रिया भी अदा किया है।

अकादमी की ओर से कहा गया कि एक ऐसे मंच पर अपनी कला दिखाना, जहां पूरी दुनिया के कलाकार जमा हों, न भुलाया जाने वाला अनुभव है। खबरों के मुताबिक शांति और एकता को बढ़ावा देने के लिए तीन दिन चले इस आयोजन में हजारों कलाकार, विश्व नेता और मानवतावादी शामिल हुए। नवरंग ने कहा कि इस अविश्वसनीय आयोजन के लिए श्रीश्री, आयोजकों, स्वयंसेवकों और इसमें शामिल सभी लोगों को हार्दिक धन्यवाद।

नवरंग नृत्य अकादमी ने हमेशा भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में विश्वास किया है और अकादमी का समर्पण जुनून और रुचि समुदाय की सेवा करना और अमेरिका में भारतीय लोक नृत्यों तथा नाटकों को बढ़ावा देना है। अपनी विरासत को समझना हमारा जुनून है।

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