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भीषण भूकंप से कांपा जापान, भारतीय दूतावास ने खोला इमरजेंसी कंट्रोल रूम

जापान के इशिकावा प्रांत में 1 जनवरी को 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद 155 से ज्यादा आफ्टरशॉक भी दर्ज किए गए। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में हर तरफ टूटे हुए घर, चटकी हुई सड़कें, खौफ में भागते लोग नजर आ रहे हैं। भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं। एक बंदरगाह में आग लग गई।

जापान में साल के पहले दिन 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद 155 से ज्यादा आफ्टरशॉक आ चुके हैं। फोटो साभार सोशल मीडिया

नए साल के पहले ही दिन जापान की धरती भीषण भूकंप से कांप गई। 7.5 तीव्रता के भूकंप ने पूरे जापान को हिलाकर रख दिया। हर तरफ तबाही के मंजर को देखते हुए जापान में भारतीय दूतावास भी सक्रिय हो गया है। उसने मदद के लिए इमरजेंसी नंबर जारी किए हैं।

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संदेश में लिखा कि 1 जनवरी 2024 को जापान में आए भूकंप और सुनामी की चेतावनी को देखते हुए दूतावास की तरफ से एक इमरजेंसी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इमरजेंसी नंबर भी जारी किए हैं। किसी भी तरह की सहायता के लिए इन इमरजेंसी नंबरों और ईमेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है। दूतावास के अधिकारी लगातार प्रशासन से संपर्क में हैं।

जापान के इशिकावा प्रांत में 1 जनवरी को 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद 155 से ज्यादा आफ्टरशॉक भी दर्ज किए गए। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में हर तरफ टूटे हुए घर, चटकी हुई सड़कें, खौफ में भागते लोग नजर आ रहे हैं। भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं। एक बंदरगाह में आग लग गई।

भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान नोटो प्रायद्वीप पर हुआ बताया जा रहा है। 45 हजार से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गई। खबर लिखे जाने तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी थी। भूकंप के बाद समुद्र भी उफन पड़ा। एक मीटर से ऊंची लहरें उठीं। हालांकि सुनामी की चेतावनी वापस ले ली गई है।

जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा ने आपदा प्रतिक्रिया विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि बड़े पैमाने पर क्षति हुई है। कई लोग मारे जा चुके हैं। इमारतें गिर गई हैं। कई जगह आग लगने की भी खबरें हैं। राहत और बचाव के कार्य जारी है।

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