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न्यू जर्सी में भारतीय मूल के तीन युवाओं को इसलिए गिरफ्तार किया गया है

विरल को 20 दिसंबर को सेक्यूकस में हडसन काउंटी अभियोजक के कार्यालय से और प्रियंका को जर्सी सिटी में एक आवास से कस्टडी में लिया गया था। इसके एक दिन बाद प्रतीक को काउंटी अभियोजक के कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया।

Photo by Bernie Almanzar / Unsplash

अमेरिका के न्यू जर्सी प्रांत में तीन भारतीय-अमेरिकियों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर एक कारोबारी को धोखा देने का आरोप है। आरोप के मुताबिक इन्होंने एक कॉन्ट्रैक्ट वर्क के लिए पीड़ित से दो लाख डॉलर वसूले, लेकिन काम पूरा नहीं किया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों के नाम जर्सी सिटी के विरल पटेल और प्रियंका पटेल और रैमसे के प्रतीक पटेल हैं।

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आरोपियों के नाम विरल पटेल, प्रियंका और प्रतीक पटेल हैं। Photo by Sean Lee / Unsplash

इनके खिलाफ पिछले सप्ताह धोखे से चोरी करने और चोरी की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। विरल को 20 दिसंबर को सेक्यूकस में हडसन काउंटी अभियोजक के कार्यालय से और प्रियंका को जर्सी सिटी में एक आवास से कस्टडी में लिया गया था। इसके एक दिन बाद प्रतीक को काउंटी अभियोजक के कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों को अदालत में पेश करने तक हडसन काउंटी सुधार सुविधा में ले जाया गया था।

हडसन काउंटी अभियोजक एस्थर सुआरेज के मुताबिक 33 से 38 वर्ष की आयु के बीच के तीनों आरोपी जर्सी सिटी में 23 थॉर्न स्ट्रीट पर स्थित जानवी होटल सप्लाई एलएलसी के नाम से काम कर रहे थे। गूगल समीक्षाओं में उनके व्यवसाय को घोटाला बताया गया है।

उन्हें इस साल मार्च में एक व्यवसाय के मालिक की तीन संपत्तियों पर कार्य करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर रखा गया था, जिसके लिए मालिक को दो लाख डॉलर का बिल दिया गया था। सुआरेज का आरोप है कि हालांकि व्यवसाय के मालिक ने पटेलों को पूरी राशि का भुगतान किया, लेकिन काम कभी पूरा नहीं हुआ। समाचार रिपोर्ट के अनुसार, उसने व्यवसाय के मालिक या काम की प्रकृति की पहचान नहीं की।

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