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भारतीय-अमेरिकी अजय भुटोरिया को जैन समुदाय का सर्वोच्च सम्मान

सम्मान समारोह का आयोजन भारत की वाणिज्य राजधानी मुम्बई में किया गया। भव्य आयोजन में जैन समुदाय के दुनिया भर से आये 5000 से अधिक नेताओं ने भागीदारी की।

सम्मान समारोह का आयोजन भारत की वाणिज्य राजधानी मुम्बई में किया गया। Image : NIA

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने भारतीय-अमेरिकी अजय भुटोरिया को आचार्य महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित किया है। सम्मान समारोह का आयोजन भारत की वाणिज्य राजधानी मुम्बई में किया गया। भव्य आयोजन में जैन समुदाय के दुनिया भर से आये 5000 से अधिक नेताओं ने भागीदारी की।

भारतीय-अमेरिकी उद्यमी अजय भुटोरिया। Image : NIA

भुटोरिया को यह प्रतिष्ठित सम्मान एक प्रसिद्ध सामुदायिक नेता, AANHPI (एशियाई अमेरिकी, मूल हवाईवासी और प्रशांत द्वीपवासी) आयोग के लिए राष्ट्रपति बाइडेन के सलाहकार, कुशल लेखक और अमेरिका के एक सफल उद्यमी के रूप में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया है।

सम्मान समारोह में प्रशस्ति। Image : NIA

आचार्य महाप्रज्ञ प्रतिभा पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में प्रदान किया जाता है। यह सम्मान ऐसी शख्सियत को दिया जाता है जिसने जैन धर्म के सिद्धांतों को बढ़ावा देने, अमेरिका में ऐतिहासिक आप्रवासन सुधार की सुविधा और शांति, सद्भाव तथा आर्थिक समृद्धि एवं जैन मूल्यों को कायम रखते हुए सामाजिक और स्वास्थ्य न्याय के लिए वैश्विक नेतृत्व की दिशा में महती कार्य किया हो।

श्री भुटोरिया की अटूट प्रतिबद्धता ने भारत-अमेरिका संबंधों को नया आकार देने में अहम भूमिका निभाई है। उनके अथक प्रयास विश्व के दो प्रभावशाली देशों के बीच मजबूत साझेदारी को बढ़ावा देने में सहायक रहे हैं।

यहां H1B वीजा स्टैम्पिंग के संबंध में महत्वपूर्ण नीति परिवर्तन का उल्लेखनीय जरूरी लगता है जिसे अब संयुक्त राज्य अमेरिका में अनुमति दी गई है। इस ऐतिहासिक परिवर्तन का उल्लेख भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जून, 2023 को अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान भी किया था।

एशियाई अमेरिकी मूल निवासी हवाईयन, प्रशांत द्वीपसमूह आयोग के लिए राष्ट्रपति बाइडेन के सलाहकार के रूप में कार्य करते हुए अजय भुटोरिया परिवर्तनकारी नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

यही नहीं आर्थिक उपसमिति के सह-अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका और विभिन्न उपसमितियों में उनकी प्रभावशाली सदस्यता भविष्य की पीढ़ियों के लिए दूरगामी प्रभाव वाली नीतियां तैयार करने की उनकी क्षमता का प्रमाण है। उनकी सिफारिशों को जिस तरह से महत्व दिया जाता है उससे वैश्विक मंच पर उनके असर की शिनाख्त होती है।

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