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शेयर बाजार की महाशक्ति बना भारत, रोज नई ऊंचाइयों को छू रहा है यह देश

भारतीय शेयर बाजार में पहले नौ महीनों में नई कंपनियों की 150 से अधिक लिस्टिंग हुई। हांगकांग में सिर्फ 42 थीं। सेंसेक्स ने भी बुधवार को इतिहास में पहली बार 72,000 अंक का आंकड़ा पार करते हुए नई ऊंचाई हासिल की है।

Photo by Arlington Research / Unsplash

पिछले कुछ वर्षों में भू-राजनीतिक उथलपुथल और कोविड महामारी के प्रभाव के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार ने हाल ही में 4 ट्रिलियन डॉलर के वैल्यूएशन के निशान को पार करके एक नई उपलब्धि हासिल की है। अब भारत दुनिया भर में शेयर बाजार महाशक्तियों की श्रेणी में शामिल हो गया है। एक खिताब जो केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जापान के पास था।

भारतीय शेयर बाजार इस साल लगभग 25 प्रतिशत ऊपर रहा है, जो 4.16 ट्रिलियन डॉलर के समग्र बाजार मूल्यांकन को पार कर गया है। इस बीच, हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स इस साल लगभग 19% गिर गया है। इसके जल्द ही भारत से पीछे होने की संभावना है।

भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जो वित्तीय दुनिया में महाशक्ति की श्रेणी में शामिल हो रहा है। इसका शेयर बाजार मूल्यांकन वर्तमान में केवल अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग से पीछे है। 2023 में भारत की बाजार वृद्धि पिछले तीन वर्षों में अब तक की सबसे तेज रही है।

भारत के दो शेयर बाजार इंडेक्स - निफ्टी और सेंसेक्स ने इस साल शानदार वृद्धि दिखाई है, जो नई ऊंचाइयों को छू रही है। निफ्टी ने इस साल 18.5 फीसदी की ग्रोथ दिखाई है। जबकि बेंचमार्क सेंसेक्स 2023 में 17.3 फीसदी बढ़ा है।

अर्न्स्ट एंड यंग की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय शेयर बाजार में पहले नौ महीनों में नई कंपनियों की 150 से अधिक लिस्टिंग हुई। हांगकांग में सिर्फ 42 थीं। सेंसेक्स ने भी बुधवार को इतिहास में पहली बार 72,000 अंक का आंकड़ा पार करते हुए नई ऊंचाई हासिल की है।

वर्तमान में भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की तुलना में अधिक मूल्यांकन वाले स्टॉक एक्सचेंज न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (US), नैस्डैक (US), शंघाई स्टॉक एक्सचेंज (चीन), यूरोनेक्स्ट, जापान स्टॉक एक्सचेंज और शेन्जेन स्टॉक एक्सचेंज (चीन) हैं।

अमेरिका वर्तमान में दुनिया भर में अग्रणी बाजार है, जिसका कुल मूल्यांकन 50 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है। पश्चिम में आर्थिक मंदी ने अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज को बढ़ने से नहीं रोका, जो इस साल 22.6 प्रतिशत तक बढ़ गया था। एक तरफ अमेरिका और भारत ने अपने स्टॉक एक्सचेंजों में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार चीन 2023 में लगभग 9 प्रतिशत गिर गया। चीन की अर्थव्यवस्था इस समय कोविड महामारी से निपटने के लिए संघर्ष कर रही थी।

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