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बिहार फिर से कैसे बने महान, SANTOBA ने न्यूजर्सी में किया मंथन

भारतीय महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया तथा बधाई दी। सैनिक स्कूल तिलैया के पुराने छात्रों का नेटवर्क SANTOBA इस साल स्कूल की स्थापना का हीरक जयंती वर्ष मना रहा है।

बिहार को किस तरह फिर से महान बनाया जा सकता है, इस विषय पर अमेरिका के सैनिक स्कूल तिलैया ओल्ड बॉयज एसोसिएशन (SANTOBA) ने रविवार को रूजवेल्ट पार्क, एडिसन, न्यूजर्सी में एक सेमिनार का आयोजन किया। SANTOBA सैनिक स्कूल तिलैया के पुराने छात्रों का नेटवर्क है। SANTOBA समुदाय इस साल अपने स्कूल की स्थापना का हीरक जयंती वर्ष मना रहा है। इसी के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया था।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल थे। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया तथा बधाई दी। कार्यक्रम में बिहार और झारखंड के 60 से अधिक प्रमुख व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। बिहार और झारखंड पब्लिक स्कूल तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों के कई दिग्गजों और पूर्व छात्रों के नेटवर्क ने भागीदारी की।

SANTOBA अमेरिका के अनिल कुमार शर्मा ने NOBA, BIT सिंदरी, मेसरा, हजारीबाग, MIT, BJANA, बिहार फाउंडेशन, ईश योग, वन्यप्रस्थ और DHUN के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और बिहार के विकास के लिए काम करने वाली सभी संस्थाओं के बीच सहयोग पर जोर दिया। SANTOBA का प्रतिनिधित्व सुनीत और ब्रज किशोर ने किया और उपस्थित लोगों को नेटवर्क की सामाजिक और अन्य पहलों के बारे में बताया।

NOBA (नेतरहाट ओल्ड बॉयज एसोसिएशन) के जवाहर को स्कूलों में लड़कियों के स्वास्थ्य के लिए बिहार और झारखंड में चलाए जा रहे संगिनी, सामाजिक और सामुदायिक कार्यों के लिए व्हील्सग्लोबल के उपाध्यक्ष रतन अग्रवाल का साथ मिला। BIT सिंदरी के विनय सिंह ने BIT के पूर्व छात्रों की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। विनय ने सामूहिकता के महत्व पर चर्चा की।

BJANA के संजीव सिंह ने भी लक्ष्य प्राप्ति के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया और एक साथ हम कर सकते हैं... का नारा दिया। बिहार फाउंडेशन के रंजीत सिंह ने बिहार के लिए किये जा रहे सभी सामाजिक एवं जन कल्याण के कार्यों के लिए समर्थन की पुष्टि की। अन्य उल्लेखनीय वक्ताओं में संजय गुप्ता, रवींद्र मोहन, अतुल और राजेश जी थे। संगोष्ठी सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों के लिए रात्रिभोज के साथ समाप्त हुई।

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