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दिलजीत ने जीता दिल, कनाडा की इस विधानसभा के पहले पगड़ीधारी स्पीकर बने

पंजाब में मुक्तसर के भंगचारी गांव के मूल निवासी दिलजीत बरार पहले पगड़ीधारी सिख हैं, जिन्हें इस विधानसभा में अध्यक्ष का पद संभालने का मौका मिला है। वह कनाडा के बरो से दो बार विधायक भी रहे हैं।

दिलजीत बरार ने हाल ही में विधानसभा में असिस्टेंट डिप्टी स्पीकर की भूमिका भी निभाई थी। फोटो @diljeet_brar

कनाडा में दिलजीत बरार ने भारतीयों खासकर पंजाबियों को गर्व का नया मौका दिया है। उन्हें मैनिटोबा विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है। वह ऐसे पहले पगड़ीधारी सिख हैं, जिन्हें यह पद संभालने का मौका मिला है।

पंजाब में मुक्तसर के भंगचारी गांव के मूल निवासी दिलजीत बरार कनाडा के बरो से दो बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। 48 वर्षीय दिलजीत हाल ही में विधानसभा में असिस्टेंट डिप्टी स्पीकर की भूमिका भी निभाई थी।

न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य दिलजीत ने पिछले साल विधानसभा में एक निजी विधेयक पेश किया था, जिसमें हर साल 13 अप्रैल को पूरे प्रांत में पगड़ी दिवस मनाने की मांग की गई थी। उनके प्रयासों से यह बिल कानून बन चुका है।

दिलजीत विन्निपेग स्थित संगठन बुल्ला आर्ट्स इंटरनेशनल (बीएआई) के निदेशक भी हैं। यह संगठन पंजाबी कला एवं संस्कृति में शैक्षिक कार्यक्रमों की पेशकश करता है। दिलजीत 2010 में कनाडा चले गए थे और तब से 2020 में सिर्फ एक बार भारत आए हैं।

दिलजीत के पिता मंगल सिंह रिटायर्ड सरकारी टीचर हैं जो मुक्तसर शहर में रहते हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिलजीत का विधानसभा अध्यक्ष बनना हमारे पूरे परिवार के लिए गर्व का मौका है। दिलजीत ने वहां विधानसभा का पहला पगड़ीधारी स्पीकर बनकर इतिहास रच दिया है।

मंगल सिंह ने बताया कि दिलजीत ने बहुत ही कम समय में वहां अपनी एक अलग पहचान बना ली है। दिलजीत और उनकी पत्नी पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) लुधियाना से स्टूडेंट रहे हैं। उन्होंने वहां सहायक प्रोफेसर के रूप में भी काम किया था।

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