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इजराइल और हमास की जंग भारत के 'माहौल' में बदलाव ला सकती है?

भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की आशंका जताई है कि भारत में इस इस जंग को लेकर हमास के समर्थन में उग्र प्रदर्शन हो सकते हैं। इन एजेंसियों का कहना है आगामी शुक्रवार को जब छोटी बड़ी मस्जिदों में जुमा की नमाज होगी तो उसके बाद हमास के समर्थन में भाषण दिए जा सकते हैं।

प्रतीकात्मक फोटो: by Salman Preeom / Unsplash

इजराइल और आतंकी संगठन हमास के बीच जंग छिड़ चुकी है। कहा जा रहा है कि यह जंग पिछली लड़ाइयों की तुलना में अधिक भीषण और खतरनाक है। इस जंग से पूरी दुनिया बंटती नजर आ रही है, क्योंकि इस युद्ध को अलग ही नजरिए से देखा जा रहा है और वह है यहूदी बनाम मुस्लिमों के बीच जंग। इस युद्ध को लेकर कहीं इसराइल के समर्थन में प्रदर्शन हो रहा है तो कहीं पर हमास का समर्थन किया जा रहा है। ऐसी संभावना है कि भारत की जनता इन दोनों के पक्ष और विपक्ष में धरना-प्रदर्शन कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो इस जंग को लेकर भारत में तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है। इस मसले पर भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका भी जताई है।

शनिवार की सुबह जब आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर जबर्दस्त हमला किया तो यह देश तो चौंक ही गया, साथ ही पूरी दुनिया भी भौंचक्की रह गई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमलें की कड़ी निंदा करते हुए इसे आतंकी हमला करार दिया और इजराइल के साथ खड़े होने की घोषणा की। इसके बाद उनकी पार्टी बीजेपी ने भी इन हमलों की निंदा की। लेकिन इस जंग को लेकर देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का रुख एकदम से बदल गया है। रविवार को पार्टी ने इजराइल पर हमास के हमले की निंदा की थी। लेकिन सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) में एक प्रस्ताव पारित कर फिलिस्तीनियों की जमीन, स्वशासन और आत्मसम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया गया। विशेष बात यह है कि इस प्रस्ताव में इजराइल और उस पर हमले को जिक्र नहीं है। यानी कांग्रेस का रुख भारत सरकार से अलग है।

भयावह युद्ध चल रहा है। फोटो: X @RShivshankarizrh hh

असल में जिस युद्ध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मुसलमान जुट जाते हैं, भारत में उस युद्ध को लेकर नजरिया कई एंगल में बदल जाता है। यह नई बात नहीं है और यह सालों से हो रहा है। पहले भी जब इजराइल और हमास के बीच जंग हुई, भारत के कुछ हिस्सों में हमास के समर्थन में प्रदर्शन हुए, लेकिन इसे सामान्य घटना माना जाता है, क्योंकि इतिहास गवाह है कि सालों पूर्व जब इराक और ईरान का युद्ध हुआ था, तब भारत में इराक के समर्थन में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, जब अमेरिका व दूसरे देशों ने इराक के खिलाफ जबर्दस्त एक्शन किया था, तब भी देश के कुछ भागों में अमेरिकी विरोधी व इराक के समर्थन में जबर्दस्त प्रदर्शन किए गए थे। असल में भारत में इस तरह के प्रदर्शनों में वे राजनैतिक पार्टियां भी जुट जाती हैं, जो मुस्लिम वोटों को पाने के लिए लगातार प्रयासरत रहती हैं।

अब तत्कालीन मसले की बात करें तो सूत्र बताते हैं कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की आशंका जताई है कि भारत में इस इस जंग को लेकर हमास के समर्थन में उग्र प्रदर्शन हो सकते हैं। इन एजेंसियों का कहना है आगामी शुक्रवार को जब छोटी बड़ी मस्जिदों में जुमा की नमाज होगी तो उसके बाद हमास के समर्थन में भाषण दिए जा सकते हैं और प्रदर्शन भी हो सकते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इन एजेंसियों ने कुछ शहरों की लिस्ट भी तैयार की है, जहां हमास के समर्थन में प्रदर्शन हो सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि इसकी प्रतिक्रिया स्वरूप कुछ हिंदू संगठन इजराइल के पक्ष में प्रदर्शन कर सकते हैं, जिससे कुछ इलाकों में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या भी खड़ी हो सकती है। यह आशंका इसलिए भी बलवती है कि शनिवार को इसराइल व हमास में जंग हुई तो रविवार को जानी मानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्रों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। इसकी प्रतिक्रिया में शहर में एक हिंदू संगठन ने हमास का पुतला फूंक डाला।

पश्चिमी एशिया के सामाजिक-आर्थिक व अन्य हालात पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ मानते हैं कि हमास इस लड़ाई को इस्लाम से जोड़ रहा है। इस आतंकी संगठन ने जिस तरह इसराइल पर हमला किया है, उसे इस्लाम की लड़ाई की तरह पेश करने की कोशिश की है। वीडियों मे दिखाया गया कि लोगों को मारते हुए उसके आतंकवादी अल्लाहू अकबर का नारा लगा रहे हैं। हमास की पूरी कोशिश है कि दुनिया भर के मुसलमान उसकी लड़ाई को अपनी लड़ाई मानें। ऐसे में लोगों का धर्म के आधार पर लामबंद होना बहुत चौंकाएगा नहीं और इसका असर भारत जैसे देश में जरूर होगा, जहां छोटे से संवेदनशील मसलों पर भी तनाव पैदा हो जाता है। इसलिए माना जा रहा है कि आगामी दिनों में भारत को तनाव से गुजरना होगा, उसका कारण यह भी है कि भारत में हिंदू भी अब लामबंद हो रहा है और वह अब तुरंत प्रतिक्रिया देने लग जाता है।

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