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भारतीय नागरिकों ने अमेरिकी इमिग्रेशन के खिलाफ दायर किया मुकदमा, लेकिन क्यों?

जो भारतीय इस वर्ष ग्रीन कार्ड जारी करने में विफल रहते हैं, उन पर अगले साल प्राथमिकता के आधार पर विचार नहीं किया जाएगा इसी को लेकर मुकदमा दायर किया गया है।

Photo by Tingey Injury Law Firm / Unsplash

कोरोना महामारी के कारण अमेरिकन इमिग्रेशन सेवाओं ने इस वर्ष ग्रीन कार्ड के कम आवेदनों को प्रोसेस किया है। विदेश विभाग के एक अधिकारी के अनुमान के मुताबिक सितंबर के अंत तक लगभग 1,00,000 ग्रीन कार्ड अनुमोदन के लिए पेंडिंग होंगे, जो 'बेकार' हो जाएंगे। अक्टूबर 2020 में वित्तीय वर्ष की शुरुआत में यूएस इमिग्रेशन सेवाओं ने हर साल जारी किए गए 140,000 में 120,000 अतिरिक्त ग्रीन कार्ड जोड़े थे। अब साल पूरा होने में में केवल एक महीना बचा है और लाखों अप्रवासियों की उम्मीदें अधर में लटकी हुई हैं।

ग्रीन कार्ड अमेरिका में स्थायी रूप से रहने की अनुमति देता है।

हजारों लोग यह कार्ड पाने के लिए सालों से बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं। अब वह अदालत में जाने के लिए मजबूर हुए हैं। अपनी याचिका में उन्होंने संघीय अदालत से यूएससीआईएस को अगले वित्तीय वर्ष के दौरान अपने वीजा नंबर बनाए रखने का आदेश देने का अनुरोध किया है।

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