संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आईआईटी-दिल्ली) का पहला कैंपस स्थापित करने के लिए हाल ही में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। भारत के शिक्षा मंत्रालय और अबू धाबी के शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (एडीईके) के बीच समझौता यह समझौता हुआ।
This marks a significant stride in our educational internationalisation and is testament to India’s innovation prowess. Education is the bond that unites us, it's the spark that ignites innovation. Together, we will leverage this power for mutual prosperity and global betterment. https://t.co/TFfmSFWzsQ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 15, 2023
इस समझौते के दौरान संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति व अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित थे। हस्ताक्षर समारोह में एडीईके के अवर सचिव मुबारक हमद अल म्हेरी, संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत संजय सुधीर और आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने भाग लिया।
एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भारत के केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली कैंपस की स्थापना भारत की शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण में एक नया अध्याय है। धर्मेंद्र प्रधान ने जोर देकर कहा कि यह परिसर नए भारत के नवाचार और विशेषज्ञता के साथ ही भारत-यूएई दोस्ती की मिसाल बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली परिसर आपसी समृद्धि और वैश्विक भलाई के लिए ज्ञान की शक्ति का उपयोग करने का उदाहरण पेश करेगा।
यूएई की प्रारंभिक शिक्षा राज्य मंत्री और एडीईके की अध्यक्ष सारा मुसल्लम ने कहा कि आईआईटी कैंपस राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के अनुरूप विश्व स्तरीय शिक्षा प्रणाली स्थापित करने के लिए अबू धाबी की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने इस साझेदारी को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी शिक्षा का इकोसिस्टम तंत्र बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और उच्च स्तरीय अनुसंधान को बढ़ावा देने में मील का पत्थर बताया।
जारी विज्ञप्ति के अनुसार आईआईटी दिल्ली का अबू धाबी परिसर मोहम्मद बिन जायद यूनिवर्सिटी ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, खलीफा यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी अबू धाबी, टेक्नोलॉजी इनोवेशन इंस्टीट्यूट और हब71 जैसे संस्थानों के साथ मिलकर पूरक प्रोग्राम पेश करेगा। अबू धाबी में शैक्षणिक, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ाने के उद्देश्य से स्थानीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को सपोर्ट देगा।