वो सीमा रेखा क्या है जहां एक मनुष्य पूरी तरह से पशु से अलग हो जाता है?
मनुष्य जागरूकता के साथ पैदा होता है। वह जानता है कि वह क्या कर रहा है। वह जानता है कि वह जीवित है। वह दर्द से भरा है या खुशी से भरा है। कदम दर कदम उसके अंदर जागरूकता विकसित होती रहती है। पशुओं को ये पता नहीं होता कि वे कोई काम क्यों कर रहे हैं। उनमें जागरूकता नहीं होती है।