भारत की राजधानी दिल्ली का राजनैतिक माहौल आजकल गरम है। कारण यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास को खूबसूरत बनाने के मसले पर खुफिया एजेंसी सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया। आरोप है कि नियमों को धता-बताते हुए सीएम के आवास पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए। दिल्ली सरकार के लिए यह बड़ी मुसीबत है, क्योंकि उसके दो मंत्री पहले ही जेल में बंद है। केजरीवाल पर सीबीआई का केस बड़ा ही सनसनीखेज माना जा रहा है। क्योंकि इसका रिजल्ट भारत की राजनीति को प्रभावित कर सकता है।
आरोप है कि सीएम के आवास को उस वक्त खूबसूरत बनाया जा रहा था, जब दिल्ली और भारत में कोरोना का गंभीर प्रकोप चल रहा था। करीब दो माह पूर्व यह मसला मीडिया में आया था, जिसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने इसकी सीबीआई जांच के आदेश जारी कर दिए। जांच एजेंसी के अनुसार प्रारंभिक जांच में यह किसी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है बल्कि आपराधिक जांच की शुरुआत है। अगर सीबीआई को सबूत मिले तो वह नियमित मामला या आपराधिक मामला दर्ज करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि अगर इस मसले पर केजरीवाल दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ सीबीआई तेजी से मुकदमा दर्ज कर उसे अंजाम पर पहुंचाने की कोशिश करेगी। संभावना यह भी बन रही है कि सीएम को किसी न किसी तरह जेल भेजा जाए। अगर ऐसा हुआ तो भारत की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
असल में भारत में अगले साल होने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के राजनैतिक दल बीजेपी को हराने के लिए देश के पूरे विपक्ष ने I.N.D.I.A. नाम से कई दलों का एक गठबंधन बनाया है, ताकि भारत के सभी प्रदेशों में एक होकर बीजेपी को कड़ी टक्कर देकर उसे पराजित किया जा सके। इस गठबंधन में अरविंद केजरीवाल भी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं और वह भी अपनी आम आदमी पार्टी को इस गठबंधन में शामिल कर बीजेपी को हराने के मंसूबे पाले हुए हैं। रोचक बात यह है कि केजरीवाल दिल्ली के सीएम तो हैं तो लेकिन उन्होंने कोई भी विभाग अपने पास नहीं रखा है, इसलिए वह हमेशा बेदाग रहते हैं, जबकि उनकी सरकार के दो मंत्री मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन विभिन्न घोटालों में जेल की सजा काट रहे हैं। लेकिन अब ऐसा पहली बार हुआ है, जब केजरीवाल पर जांच एजेंसी ने शिकंजा कसा है।
सूत्र बताते हैं कि बीजेपी चाहती है कि आवास सौंदर्यीकरण घोटाले की जांच तेजी से हो। पार्टी का मानना है कि उसमें केजरीवाल भी दोषी पाए जाएंगे। ऐसा हुआ तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है। इसका एक खामियाजा यह होगा कि भारत में तेजी से पैठ बना रहा उनका दल आम आदमी पार्टी के लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी, दूसरे विपक्ष की एकता खतरे में पड़ सकती है। विपक्ष को एक करने के लिए केजरीवाल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अगर वह जेल चले गए तो विपक्षी एकता बिखर सकती है और बीजेपी को लोकसभा चुनाव में मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। वैसे केजरीवाल व उनकी पार्टी मोदी व उनकी पार्टी पर लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उनको फंसाने के पहले भी प्रयास हो चुके हैं, लेकिन वह हर बार बेदाग निकल आए हैं।