अमेरिका में भारतीय मूल के डॉक्टरों की सबसे बड़े संगठन अमेरिकी एसोसिएशन ऑफ फिजिशन ऑफ इंडियन ओरिजन (AAPI) के 41वें वार्षिक समारोह की घोषणा कर दी गई है। एएपीआई के अध्यक्ष डॉ. रवि कोल्ली ने न्यूजर्सी के एडिसन स्थित रॉयल अल्बर्ट पैलेस में आयोजित समारोह में बताया कि वार्षिक समारोह 6 से 9 जुलाई तक ऐतिहासिक शहर फिलाडेल्फिया में होगा।
डॉ. कोल्ली ने कहा कि 41वां वार्षिक सम्मेलन एएपीआई के इतिहास में सबसे शानदार आयोजन होगा। इस सम्मेलन में मन, तन और आत्मा पर फोकस किया गया है। हमारा विशेष ध्यान मानसिक स्वास्थ्य, व्यापक स्वास्थ्य सेवा, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, लाइफस्टाइल मेडिसिन पर रहेगा। शिक्षा और सांस्कृतिक विषय कार्यक्रम के मुख्य हिस्सा होंगे। 41वें वार्षिक समारोह के लिए फिलाडेल्फिया को चुनने की पीछे भी खास वजह है। अमेरिका का पहला हॉस्पिटल 1751 में फिलाडेल्फिया में ही खोला गया था।
अल्बर्ट पैलेस में आयोजित एएपीआई के सम्मेलन का उद्घाटन न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने मेडिकल क्षेत्र में एएपीआई के योगदान की प्रशंसा की। पेंसिल्वेनिया के पूर्व गवर्नर टॉम वुल्फ ने वीडियो के जरिए संबोधित करते हुए एएपीआई को उसके कामों के लिए और फिलाडेल्फिया में सम्मेलन के लिए आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर बॉलीवुड स्टार भाग्यश्री ने कहा कि भगवान के बाद चिकित्सकों का स्थान होता है। वे हमारे जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। समन्वयक डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि एएपीआई अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के बाद चिकित्सकों का सबसे बड़ा संगठन है। हमारे डॉक्टर हर कोने में फैले हुए हैं। ये हमारी ताकत हैं। खुशी की बात है कि अमेरिका के हर सात डॉक्टरों में एक भारतीय मूल का है।
इस दौरान डॉ. सुधीर पारिख ने टीम के सक्रिय और सफल योगदान की प्रशंसा की। 120,000 से अधिक भारतीय अमेरिकी चिकित्सकोंं की संस्था एएपीआई के कोषाध्यक्ष डॉ. सुमुल रावल ने कहा कि हम सबके बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से एक विश्वस्तरीय मंच प्रदान करने के लिए मिलकर काम करते हैं। डॉ. कविता गुप्ता ने न्यूयॉर्क से फिलाडेल्फिया में होने वाले सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। एएपीआई-न्यूजर्सी के डॉ. प्रदीप शाह ने एएपीआई के सदस्यों को सम्मेलन में उपस्थित होने का आग्रह किया।