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विश्व बैंक ने बताया, दुनिया भर में फैले भारतीय प्रवासी मिलकर बना रहे ये रिकॉर्ड

दुनिया का सबसे बड़ा डायस्पोरा भारतीयों का है जो भारत के लिए नकदी का प्रमुख स्रोत है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारत में प्रेषण प्रवाह 12% बढ़कर 100 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। यह मेक्सिको, चीन और फिलीपींस जैसे देशों से बहुत ज्यादा है।

Photo by Eduardo Soares / Unsplash

दुनिया के विभिन्न देशों में भारत से काम करने के लिए पहुंचे प्रवासी कामगार इस वर्ष रिकॉर्ड मात्रा में रुपया अपने घर भेज रहे हैं। इससे न सिर्फ एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था यानी भारत को वित्तीय रूप से मजबूती मिलेगी बल्कि प्रेषण (remittance) के मामले में वह दुनिया का शीर्ष देश भी बन जाएगा।

Returning back from a day at the market, a Vietnamese vendor counts her hard-earned money aboard a local ferry.
प्रेषण की बात करें तो यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 3% है। Photo by Niels Steeman / Unsplash

विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारत में प्रेषण प्रवाह 12% बढ़कर 100 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। यह मेक्सिको, चीन और फिलीपींस जैसे देशों से बहुत ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर जैसे धनी देशों में रहने वाले अत्यधिक कुशल भारतीय प्रवासी अधिक पैसा घर भेजते हैं।

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