ट्विटर, मेटा जैसी दिग्गज कंपनियां जहां अपने हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं, वहीं विप्रो ने कर्मचारियों के हक में बड़ा कदम उठाया है। वह यूरोप में कर्मचारियों को अपनी यूनियन बनाने की अनुमति देने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी बन गई है। कंपनी ने कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ यूरोपियन वर्क्स काउंसिल (EWC) बनाने के लिए एक समझौता किया है।
कर्मचारियों ने कामगारों की यूनियन बनाने के लिए वर्ष 2019 में कंपनी से अनुरोध किया था। माना जा रहा है कि यह कदम कर्मचारियों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर रचनात्मक बहस करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।