टाटा मोटर्स ने फोर्ड इंडिया की साणंद (गुजरात) निर्माण इकाई 726 करोड़ रुपये में खरीद ली है। समझौते पर बीते रविवार हस्ताक्षर हो गए हैं। टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (TPEML) और फोर्ड इंडिया (FIPL) के बीच हुए समझौते के तहत जमीन और संपत्ति के साथ ही सभी पात्र कर्मचारी भी नई कंपनी के अधीन हो जाएंगे।
टाटा मोटर्स ने समझौते के बाद जारी एक बयान में कहा कि हमारी निर्माण क्षमता पूरी होने के करीब है इसलिए यह अधिग्रहण सही समय पर हुआ है और सभी हितधारकों के लिए फायदे का सौदा है। टाटा मोटर्स का दावा है कि उसका लक्ष्य प्रति वर्ष 3 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) निर्माण के लिए इकाई का इस्तेमाल करना है जो प्रति वर्ष 4 लाख 20 हजार यूनिट तक बढ़ाया जा सकता है। साणंद की इस निर्माण इकाई में करीब 23 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिला हुआ है।
फोर्ड इंडिया की गुजरात यूनिट को इस कार कंंपनी ने 726 करोड़ में खरीदी
मुनाफे के लिए करीब दो दशकों तक जद्दोजहद करने के बाद फोर्ड ने पिछले साल भारत में उत्पादन बंद कर दिया था। उस समय फोर्ड की भारतीय यात्री वाहन बाजार में 2 प्रतिशत से भी कम की हिस्सेदारी थी।