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सीनेट ने डॉ. आरती के नाम पर लगाई मुहर,व्हाइट हाउस में मिला खास पद

डॉ. आरती अपनी नई भूमिका में अपने क्रियाकलापों की विरासत को आगे बढ़ाएंगी और साथ ही नेतृत्वकारी उदाहरण पेश करेंगी। खास तौर से अमेरिकी सरकार में एएपीआई महिलाओं के लिए। डॉ. आरती प्रभाकर का परिवार उस समय अमेरिका आ गया था जब वह केवल तीन साल की थीं।

डॉ. आरती प्रभाकर व्हाइट हाउस में विज्ञान और तकनीकी नीतियों की निदेशक बनने वाली पहली महिला और अप्रवासी बन गई हैं। अब वह राष्ट्रपति के विज्ञान और तकनीकी मामलों की मुख्य सलाहकार भी होंगी। राष्ट्रपति बाइडन ने आरती को इस पद के लिए जून माह में नामित किया था।

भारतीय मूल की अमेरिकी डॉ. आरती की इस पद पर नियुक्ति पक्की करने के लिए सीनेट ने 22 सिंतबर को वोट किया। एक वक्तव्य में राष्ट्रपति बाइडन के उप सहायक और साइंस एंड सोसायटी के उप निदेशक एलॉन्ड्रा नेलसन ने कहा कि यह डॉ. आरती के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति में उनकी व्यापक विशेषज्ञता का प्रमाण है। सीनेट की पुष्टि से एक दिन पहले वाणिज्य, विज्ञान और परिवहन की सीनेट कमेटी की प्रमुख मारिया कैंटवेल ने डॉ.आरती की योग्यता, अनुभव और विज्ञान तथा तकनीकी क्षेत्र में नवाचार के प्रति उनकी प्रतबद्धता को रेखांकित किया था।

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