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कोका कोला, पेप्सी को टक्कर देगा नए रूप में भारत का ये पुराना पेय

20 सदीं में यह ब्रांड भारत में सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय था। तब कोका-कोला और पेप्सी भारत में नहीं थे। इस कंपनी के वर्तमान में मालिक भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी हैं। चर्चा है कि रिलायंस कंपनी इस पेय को देशभक्ति और पुरानी यादों के साथ फिर से पेश करेगी।

@ramsthoughts

साल 1970 और 80 के दशक में भारत का सबसे मशहूर ब्रांड कैम्पा कोला एक बार फिर वापसी करने को तैयार है। यह ब्रांड कोका-कोला और पेप्सी की गैर-मौजूदगी में भारत में सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय था। इस कंपनी के वर्तमान में मालिक भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी हैं।

भारतीय बाजारों में यह चर्चा गर्म है कि पिछले साल इस ब्रांड को खरीदने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज इस पेय को देशभक्ति और पुरानी यादों के रूप में फिर से पेश करेगी। जियो की तरह रिलायंस ड्रिंक के क्षेत्र में भी क्रांति लेकर आएगा। बता दें कि जियो मार्ट पर कैंपा कोला बिक्री शुरू हो चुकी है।

हालांकि रिलायंस को युवा भारतीयों को ब्रांड से जोड़ने के लिए शुरुआत में संघर्ष करना पड़ सकता है। कोका-कोला और पेप्सी पूरे भारत में सर्वव्यापी हैं। यहां तक कि भारत के सबसे छोटे गांव तक, दूर कहीं रेगिस्तान या जंगल में भी इन कंपनियों के विज्ञापन आपको दीवारों पर लिखे हुए दिख जाएंगे।

साल 1977 में कोका-कोला को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था। Photo by Krisztian Matyas / Unsplash

रिलायंस ने एक बयान में कहा है कि इस ब्रांड की लॉन्चिंग घरेलू भारतीय ब्रांडों को बढ़ावा देने के लिए कंपनी की रणनीति के अनुरूप है। इस कंपनी की न केवल एक समृद्ध विरासत है बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं के साथ इसके अनूठे स्वाद से गहरा जुड़ाव भी है।

विज्ञापन पेशेवर और सामाजिक टिप्पणीकार संतोष देसाई कहते हैं कि रिलायंस इस कंपनी की रिलान्चिंग के लिए एक कहानी तैयार करेगी। वह बहुराष्ट्रीय के खिलाफ इस कंपनी का प्रचार करेगी कि यह भारत में कैसे बनी। इस प्रचार-प्रसार में देशभक्ति का जुड़ा होगा। दरअसल यह वक्त देशभक्ति संदेश के लिए बहुत अनुकूल है।

क्यों बंद हुआ था कैम्पा कोला

20वीं सदी में कैम्पा कोला भारत का सबसे मशहूर ब्रांड था। इस ड्रिंक के विज्ञापन की टैगलाइन ‘द ग्रेट इंडियन टेस्ट’ थी। भारत में प्रतिस्पर्धा का अभाव था। दरअसल भारत की अर्थव्यवस्था सोवियत शैली की थी जिस कारण विदेशी ब्रांड के लिए भारत में पैर पसारना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। साल 1977 में कोका-कोला को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था। दरअसल कोका-कोला ने अपने सीक्रेट फार्मूला को सरकारी आदेश के बावजूद भारतीय संस्थाओं के साथ साझा करने से इंकार कर दिया था। उस वक्त पेप्सी भी भारतीय बाजार में नहीं थी।

ऐसे में अधिक गर्मी वाले इस देश में कैम्पा कोला ने मार्केट में अपनी जगह बना ली। हालांकि साल 1991 में जब भारत ने अर्थव्यवस्था को उदार बनाया तब पेप्सी भारतीय बाजार में आई और कोका-कोला भी वापस आ गया। कैम्पा कोला एकदम से फैशन से बाहर हो गया। 1990 के दशक की शुरुआत में किराने की दुकान से कैम्पा कोला काफी हद तक गायब हो गई थी।

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