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पढ़ाई का वैश्विक केंद्र बनने की राह पर दक्षिण कोरिया, भारतीय छात्रों के लिए भी कई मौके

दक्षिण कोरिया को अपने सख्त शिक्षा मानकों के लिए जाना जाता है और विशेष तौर पर उच्च शिक्षा में। यह देश एक इकनॉमिक पावरहाउस है और अपनी रफ्तार बनाए रखने के लिए इसे कुशल वर्कफोर्स की जरूरत है।

Photo by Adli Wahid / Unsplash

एशिया महाद्वीप में स्थित दक्षिण कोरिया एक छोटा देश होने के बाद भी अक्सर सुर्खियों में रहता है। चाहे अपने उत्तर में स्थित पड़ोसी देश के साथ का इतिहास हो, के-पॉप सुपरस्टार्स की लोकप्रियता हो, मसालेदार व लजीज भोजन हो या फिर इसकी 97 प्रतिशत की इंटरनेट प्रवेश दर हो, किसी न किसी कारण से दक्षिण कोरिया हमेशा चर्चा में बना रहता है।

भारत के विदेश मंत्रालय के ताजा अनुमान के अनुसार दक्षिण कोरिया में 1300 से अधिक भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। Photo by Ryan Chondro / Unsplash

आधिकारिक रूप से इस देश को 'रिपब्लिक ऑफ कोरिया' के नाम से जाना जाता है। यह सैमसंग, ह्यूंदै और किया जैसे कई वैश्विक कॉरपोरेट कंपनियों की जन्मस्थली भी है। दक्षिण कोरिया को अपनी शिक्षित आबादी और प्रोफेशनल वर्क कल्चर के लिए भी खूब वाहवाही मिलती रही है। उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया की साक्षरता दर 98 प्रतिशत है। हाल ही में दक्षिण कोरिया को अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक उभरते हुए डेस्टिनेशन के तौर पर ग्लोबल लाइमलाइट में दिखाया गया है।

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