अगर आप पेरिस और लक्ष्मी नाम सुनें तो आपको लगेगा कि ये दोनों बिल्कुल अलग ध्रुव से जुड़े होंगे, लेकिन पेरिस लक्ष्मी को एकसाथ जोड़ने से जो शख्सियत उभरती है, वो जितनी अनोखी है, उसके बनने की कहानी भी उतनी ही अनोखी है। पेरिस लक्ष्मी एक मशहूर नृत्यांगना हैं, जो फ्रांस, भारत और भरतनाट्यम को एक सूत्र में जोड़ती हैं।
पेरिस लक्ष्मी का जब 1991 में जन्म हुआ था, तब फ्रांस मूल के उनके माता पिता ने उनका नाम मरियम सोफिया लक्ष्मी रखा था। मरियम के पिता पहली बार 1982 में जब भारत आए थे, तभी से भारत उनके दिल में बस गया था। इसके बाद वह एक बार अपनी पत्नी को लेकर आए। वह भारत और यहां की संस्कृति से इतने प्रभावित हुए कि मरियम के अलावा उनके भाई थियो एली के नाम में भी नारायण जोड़ दिया।
मरियम जब पहली बार अपने परिवार के साथ फ्रांस से भारत आई थी, तब उनकी उम्र पांच साल की थी। बचपन से ही उन्हें नृत्य संगीत का शौक था। भारत आने से पहले वह फ्रांस में हिप हॉप, बैले, जैज और कंटेंपरेरी में डांस सीख रही थीं। भारत आते ही वह भारतीय नृत्य कलाओं में खो गईं। इसके बाद उन्होंने फ्रांस में भरतनाट्यम सीखना शुरू किया।
वह रहती फ्रांस में जरूर थीं, लेकिन उनका दिल में भारत बस चुका था। इसके बाद उन्होंने छोटी उम्र में भारत आकर पहले पुणे में और फिर चेन्नई में भरतनाट्यम सीखना शुरू किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि पहले वह स्टेज पर लक्ष्मी नाम से परफॉर्म करती थीं। एक बार उनके गुरू भाई ने उन्हें पेरिस नाम जोड़ने का सुझाव दिया। फिर क्या था, लक्ष्मी बन गई पेरिस लक्ष्मी।
पेरिस लक्ष्मी बनने के बाद जो सिलसिला शुरु हुआ, वह अब तक अनवरत जारी है। बाद में पेरिस ने अपने से 13 साल बड़े सुनील पल्लीपुरम से शादी कर ली। हिंदू धर्म अपना लिया। अब सुनील और लक्ष्मी कोच्चि में कलाशक्ति नाम से आर्ट्स स्कूल चलाते हैं। पेरिस लक्ष्मी कई फिल्मों में भी अपना हुनर दिखा चुकी हैं। वह डांसिंग स्टार्स जैसे कई पॉपुलर टीवी शो में भी जलवे दिखा चुकी हैं।