Skip to content

निक्की के प्रचार का देसी अंदाज, कमला हैरिस इसलिए हैं निशाने पर

निक्की हेली सोशल मीडिया और टेलीविजन पर चेतावनी दे रही हैं कि बाइडन (80) चार साल का दूसरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। वह ऑफिस की चाबी हैरिस को सौंप देंगे। हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में निक्की ने कहा था कि मैं बाइडन के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रही हूं। मैं कमला हैरिस के खिलाफ चुनाव लड़ रही हूं।

राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार भारतीय मूल की निक्की हेली। फोटो: @NikkiHaley

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार भारतीय मूल की निक्की हेली वर्ष 2024 के व्हाइट हाउस चुनाव को देसी अंदाज में पेश करने के लिए अपनी साथी भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को चुन रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हेली मतदाताओं को आगाह कर रही हैं कि 2024 का चुनाव यह सुनिश्चित करने के लिए है कि डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति बाइडन की साथी कमला हैरिस राष्ट्रपति पद के लिए पीछे के दरवाजे से न फिसल जाएं।

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस। फोटो : @MadamVPOTUS

स्थानीय मीडिया में छपी खबर के मुताबिक हेली सोशल मीडिया और टेलीविजन पर चेतावनी दे रही हैं कि बाइडेन (80) चार साल का दूसरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। वह ऑफिस की चाबी हैरिस को सौंप देंगे। हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में निक्की ने कहा था कि मैं बाइडेन के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रही हूं। मैं कमला हैरिस के खिलाफ चुनाव लड़ रही हूं। उन्होंने कहा कि हम कमला हैरिस को राष्ट्रपति बनाने जा रहे हैं, यह विचार अकल्पनीय है।

हेली इस व्यापक तर्क पर जोर दे रही हैं कि वह आम चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में अधिक सशक्त हैं, जिन्हें उन्होंने अमेरिका में सबसे नापसंद राजनेता करार दिया था। उनके तर्क के अनुसार बाइडन या ट्रंप के लिए वोट हैरिस के लिए एक वोट है, जिन्होंने हाल के इतिहास में किसी भी उपराष्ट्रपति की सबसे कम रेटिंग हासिल की है।

दरअसल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तमाम तरह की अटकलें और चर्चा का दौर जारी हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या बाइडेन को अपने अभियान रोक देना चाहिए? क्या हैरिस उनकी जगह लेने के लिए तैयार हैं? हैरिस ने हाल ही में एक साक्षात्कार में तमाम आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्हें हमला करने की जरूरत महसूस होती है क्योंकि उन्हें डर है कि बाइडन, मैंने और हमारे प्रशासन ने जो काम किया है, उसकी योग्यता के आधार पर हम जीतेंगे।

वहीं, विश्लेषकों का हैरिस के बारे में कहना है कि 2024 की दौड़ बनाने के प्रयासों से दाल नहीं गलेगी, क्योंकि मतदाता उम्मीदवार के साथी के आधार पर वोट नहीं डालते हैं। ट्रंप के कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के तौर पर राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल में काम करने वाली पहली भारतीय अमेरिकी हेली इस सिद्धांत का परीक्षण करने जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि हैरिस मतदाताओं को बता रही हैं कि 2024 के चुनाव में उपराष्ट्रपति पिछले वर्षों की तुलना में अधिक मायने रखता है। हैरिस के राष्ट्रपति पद संभालने का विचार एक वास्तविक खतरा है।

जानकारों का कहना है कि अब राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन पार्टी के कुछ अन्य दावेदारों ने हैरिस को मुख्य निशाने पर लाने में हेली की अगुवाई का अनुसरण करना शुरू कर दिया है। अपने विज्ञापनों में उपराष्ट्रपति के चेहरे की तस्वीरें लगा रखी हैं और उम्मीदवार धन जुटाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।

वकालत समूह 'इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट' के अध्यक्ष नील मखीजा का कहना है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर मजबूती से झुकाव रखने वाले भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के लिए अपनी जातीय विरासत के दो प्रभावशाली नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते देखना मनोरंजक है। उनका कहना है कि कुछ मायनों में यह आकर्षक है।

Comments

Latest