भारत के दिग्गज कारोबारी और देश के शिखर उद्यम समूह रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी ने OpenAI के सीईओ और ChatGPT के प्रणेता सैम ऑल्टमैन की चुनौती स्वीकार कर ली है। दो महीने पहले सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि भारतीय ChatGPT AI (आर्टीफीशिय इंटेलीजेंस) सिस्टम जैसा कुछ बनाने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन उसमें कामयाब नहीं हो पाएंगे।
सोमवार को रिलायंस की 46वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एक तरह से ऑल्टमैन की वह चुनौती स्वीकार कर ली। अंबानी ने ऐलान किया कि उनकी कंपनी Jio भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ChatGPT के जैसा एक नया AI सिस्टम बनाएगी। अंबानी ने कहा कि Jio हर जगह, हर किसी के लिए AI का वादा करता है। और हम अपना वादा पूरा करेंगे।
ऑल्टमैन ने हाल ही में ChatGPT की तुलना में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) उपकरण विकसित करने की भारतीय तकनीकी क्षेत्र की क्षमता के बारे में अपना संदेह व्यक्त करके भारत में सुर्खियां बटोरी थीं। भारत में एक कार्यक्रम के दौरान ऑल्टमैन ने कहा कि ऐसा प्रयास 'निराशाजनक' था। ऑल्टमैन ने कहा था कि भारत को इस उपलब्धि को हासिल करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
इस मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने दृढ़ संकल्प के साथ जवाब दिया है और कहा है कि भारत के पास AI में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक संसाधन और प्रतिबद्धता है। Jio प्लेटफॉर्म सभी डोमेन में भारत-विशिष्ट AI मॉडल और AI-संचालित समाधान विकसित करने के प्रयास का नेतृत्व करना चाहता है ताकि भारतीय नागरिकों, व्यवसायों और सरकार को AI का लाभ समान रूप से मिल सके।
अंबानी ने कहा कि भारत के पास क्षमता, डेटा और प्रतिभा है। सात साल पहले Jio ने हर जगह, हर किसी को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी का वादा किया था। हमने वह वादा पूरा किया। आज Jio हर किसी को हर जगह AI का वादा करता है और हम इसे पूरा करेंगे।