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Meta ने AI और उभरती टेक्नोलॉजी पर भारत सरकार से मिलाया हाथ

भारत सरकार ने एक बयान में कहा है कि मेटा के AI अनुसंधान माडॅल LlaMA के जरिए भारतीय भाषाओं में एक डेटासेट बनाने में मदद मिलेगी। यह प्रयास सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देगा और सरकारी सेवा वितरण में भी सुधार करेगा।

Photo by Dima Solomin / Unsplash

अमेरिका की टेक प्रमुख और फेसबुक की मूल कंपनी Meta ने आर्टिफिशियल इंटेलेजन्स (AI) और अन्य उभरती टेक्नोलॉजी पर भारत सरकार के साथ हाथ मिलाया है। बीते दिन कंपनी ने भारत सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसका उद्देश्य भारत में टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना और देश के आधिकारिक कार्यक्रम 'इंडिया AI' को सहयोग करना है।

मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी इंडिया AI के लिए एक रूपरेखा तैयार करेगी और अपने ओपन-सोर्स AI मॉडल को उपलब्ध कराएगी। बता दें कि यह समझौता मेटा के पॉलिसी प्रमुख और पूर्व ब्रिटिश उप-प्रधानमंत्री निक क्लेग भारत की यात्रा के दौरान हुआ है।

भारत सरकार ने एक बयान में कहा है कि मेटा के AI अनुसंधान माडॅल LlaMA के जरिए भारतीय भाषाओं में एक डेटासेट बनाने में मदद मिलेगी। यह प्रयास सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देगा और सरकारी सेवा वितरण में भी सुधार करेगा। सरकार ने बताया कि इस साझेदारी से शोधकर्ताओं, स्टार्टअप और सीमित संसाधनों वाले संगठनों के लिए AI कंप्यूट संसाधनों को पहुंचाया जाएगा।

भारत सरकार के अनुसार देश का आधिकारिक AI कार्यक्रम और मेटा AI मिलकर स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने पर भी विचार कर सकते हैं। वहीं मेटा के वैश्विक मामलों के अध्यक्ष निक क्लेग ने कहा कि AI नवाचार के लिए मेटा का खुला दृष्टिकोण डिजिटल मुद्दों पर भारत के नेतृत्व का पूरक है। व्यवसायों, स्टार्टअप और शोधकर्ताओं को इन प्रौद्योगिकियों तक पहुंच प्रदान करने से सामाजिक और आर्थिक अवसरों की दुनिया खुल सकती है।

उन्होंने कहा कि इंडिया AI एक रोमांचक कार्यक्रम है और सरकार और उद्योग के बीच घनिष्ठ सहयोग से हम भारत के डिजिटल नेतृत्व को मजबूत कर सकते हैं और यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि AI उपकरण भारत की अनूठी जरूरतों के लिए बनाए गए हैं।

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