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ग्लोबल इन्वेस्टेड फर्म ने रिलायंस के रिटेल वेंचर्स में बढ़ाई अपनी हिस्सेदारी

ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म केकेआर (KKR) ने 250 मिलियन डॉलर का निवेश करके रिलायंस में अपनी हिस्सेदारी को 1.17 फीसदी से बढ़कर 1.42 फीसदी कर लिया है। इससे पहले भी साल 2020 में केकेआर ने रिलायंस रिटेल में निवेश किया था। रिलायंस के देश में लगभग 18500 स्टोर्स एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं

Photo by Anna Dziubinska / Unsplash

भारत की मल्टीनेशनल कंपनी रिलायंस लगातार अपना विस्तार कर रही है। कंपनी ने विस्तार नीति के तहत कई विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाया है। इसी कड़ी में  ग्लोबल इन्वेस्टेड फर्म केकेआर (KKR) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में बड़ा निवेश किया है। केकेआर ने 250 मिलियन डॉलर का निवेश करके रिलायंस में अपनी हिस्सेदारी को 1.17 फीसदी से बढ़कर 1.42 फीसदी कर लिया है। इस कंपनी का मुख्यालय न्यूयॉर्क में है।

KKR ने रिलायंस में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। Photo by Dennis Siqueira / Unsplash

केकेआर के साथ इस डील के बाद इक्विटी वैल्यू के हिसाब से रिलायंस का रिटेल वेंचर्स रिलायंस रिटेल देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। यह निवेश अंबानी के खुदरा परिचालन में बढ़ती रुचि को दर्शाता है जो किराने के सामान से इलेक्ट्रॉनिक्स तक फैला हुआ है।

इसमें जिमी चू, मार्क्स एंड स्पेंसर और प्रेट ए मैंगर जैसे ब्रांडों के साथ विदेशी साझेदारी भी शामिल है। रिलायंस ग्रोसरी, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन एंड लाइफस्टाइल और फार्मा सहित अलग-अलग सेगमेंट में कारोबार करती है। देश में लगभग 18500 स्टोर्स एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं। रिलायंस की प्रतियोगिता अमेजन और वॉलमार्ट जैसी कंपनियों के साथ है।

ये पहला मौका नहीं है जब KKR ने अंबानी की इस कंपनी में निवेश किया हो। इससे पहले भी साल 2020 में केकेआर ने रिलायंस रिटेल में निवेश किया था। अब कंपनी ने रिलायंस रिटेल में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त 2069.50 करोड़ रुपये का निवेश किया है।बता दें कि साल 2020 में रिलायंस रिटेल ने केकेआर सहित सऊदी पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड, जनरल अटलांटिक और संयुक्त अरब अमीरात के मुबाडाला सहित अन्य निवेशकों को कंपनी की 10.09% हिस्सेदारी बेचकर 5.71 बिलियन डॉलर जुटाए थे।

उस साल केकेआर ने रिलायंस रिटेल में 669.65 करोड़ डॉलर का निवेश किया था। अंबानी ने हाल ही में कहा था कि 2020 में धन जुटाने के लिए कारोबार का मूल्य करीब 52 अरब डॉलर था। तीन साल से भी कम समय में कंपनी का मूल्यांकन लगभग दोगुना हो गया है। रिलायंस का कहना हे कि केकेआर का ताजा निवेश मुख्य रूप से उसके एशियन फंड-4 से आया है। यह सौदा नियामकीय मंजूरी पर निर्भर है। मॉर्गन स्टेनली ने रिलायंस रिटेल के वित्तीय सलाहकार के रूप में काम किया।

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