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अडानी ने इजराइल के पूर्व राजदूत रॉन को सौंपी हाइफा पोर्ट की कमान

2018 में भारत में इजराइल के राजदूत रहे रॉन मलका ने ट्वीट के माध्यम से अडानी समूह का आभार जताते हुए कहा है कि मैं अडानी समूह की ओर से हाइफा पोर्ट कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत रॉन मलका। (फोटो twitter @bole_bharat)

भारत में इजरायल के पूर्व राजदूत रॉन मलका को हाइफा पोर्ट कंपनी (HPC) का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। HPC का स्वामित्व अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और इजरायल के गैडोट ग्रुप के पास है। रॉन ने एक ट्वीट में बताया कि उन्होंने HPC के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है। हालांकि अडानी समूह ने इस नियुक्ति पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

रॉन ने ट्वीट के माध्यम से अडानी समूह का आभार जताते हुए कहा कि मैं अडानी समूह की ओर से हाइफा पोर्ट कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। गैडोट और अडानी ग्रुप का अनुभव और बंदरगाह कर्मचारियों का समर्पण हाइफा पोर्ट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

उत्तरी इजरायल स्थित हाइफा इजरायल के दो सबसे बड़े वाणिज्यिक बंदरगाहों में से एक है। देश के आधे से अधिक कंटेनर कार्गो यही संभालता है। यह यात्री यातायात और क्रूज जहाजों के लिए भी एक प्रमुख बंदरगाह है। पोर्ट पर दो कंटेनर टर्मिनल और दो मल्टी-कार्गो टर्मिनल शामिल हैं।

हाइफा भारत के अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और इजरायल के गैडोट ग्रुप के एक कंसोर्टियम ने जुलाई 2022 में हाइफा के निजीकरण का टेंडर हासिल किया था। 1.18 बिलियन डॉलर की विजेता बोली के जरिए अडानी-गडोट कंसोर्टियम ने HPC के 100 प्रतिशत शेयर खरीदने का अधिकार प्राप्त कर लिया है।

रॉन मलका को 2018 में भारत में इजरायल का राजदूत नामित किया गया था। उन्हें भारत-इजरायल के आर्थिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित करने और दिशा प्रदान करने के लिए राजदूत नामित किया गया था। लेकिन रॉन करियर राजनयिक नहीं रहे। उनकी एक मजबूत व्यवसायिक व वित्तीय पृष्ठभूमि है। उन्होंने एमबीए के बाद अर्थशास्त्र में पीएचडी कर रखी है।

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