कोविड-19 महामारी के बाद शुरू हुई वैश्विक मंदी ने विदेश में रह रहे भारतीयों के मन में आर्थिक सुरक्षा की भावना पैदा कर दी है और उनका यह डर जायज भी है क्योंकि मंदी में कई लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है, जो सिलसिला अभी थमा नहीं है। ऐसी असुरक्षा की भावना ने ही उन्हें निवेश की योजना को लेकर भी सतर्क कर दिया है और वे भारत में पूंजी निवेश के बारे में विचार करने लगे हैं। वहीं, भारत में निवेश का दूसरा कारण रिटायरमेंट के बाद अपने वतन लौटने की प्लानिंग करना भी है। वे भारत में अपना बुढ़ापा सुरक्षित करने के लिए भी समय रहते निवेश कर लेना चाहते हैं। एनआरआई के लिए भी अन्य भारतीयों की तरह भविष्य सुरक्षित करने के लिए कई निवेश योजनाएं उपलब्ध हैं जिनमें फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड और स्टॉक भी एक हैं।
भारतवंशियों को उनके देश में निवेश के ये विकल्प दे रहे सुरक्षित भविष्य की गारंटी
भारत में निवेश के आज कई विकल्प मौजूद हैं और ये विकल्प प्रवासी भारतीयों को भी आकर्षित कर रहे हैं।