भारत का विमानन बाजार एक बार फिर कारोबारी ऊंचाई पर उड़ान भर रहा है। घरेलू हवाई यात्रा में लगातार इजाफा हो रहा है। फरवरी महीने के आंकड़े बताते हैं कि यह महामारी से पहले के लेवल के लगभग करीब है। हवाई यात्रा की मांग का महामारी से पहले के स्तर तक पहुंचना इस बात का संकेत है कि भारत का कारोबार महामारी के संकट से उबर रहा है।
India's domestic air traffic reaches new heights with an all time high!
— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) May 1, 2023
On 30th April 2023
4,56,082 passengers on 2,978 flights.
Total flight movements: 5,947
Total passengers: 9,13,336 flights. pic.twitter.com/zNK1a2V8kL
एक उद्योग निकाय की रिपोर्ट से पता चलता है कि यात्री राजस्व किलोमीटर के मामले में घरेलू विमानन बाजार महामारी से पहले के स्तर तक पहुंचने से सिर्फ 2.2 फीसदी दूर था। राजस्व यात्री किलोमीटर (RPK) में विमानन उद्योग में एक महत्वपूर्ण माप है जो हवाई परिवहन को मापता है। किसी देश में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग व्यावसायिक गतिविधियों में बढ़ोतरी का संकेत देती है।
भारतीय नागर विमानन क्षेत्र नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है - कोविड-उपरांत, आसमान छूती घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या भारत के बढ़ते विकास और समृद्धि का संकेत है। pic.twitter.com/Iobij1asnk
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) May 1, 2023
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) की रिपोर्ट के अनुसार आरपीके के अलावा एक अन्य मीट्रिक भी घरेलू विमानन बाजार में सुधार की ओर संकेत देता है। पैसेंजर लोड फैक्टर (PLF) में भारत अमेरिका, चीन और जापान समेत कई बड़े देशों से आगे है। पीएलएफ एक माप है जो किसी एयरलाइन की यात्री वहन क्षमता के उपयोग की दर को मापता है। इस मापदंड पर भारत पिछले चार महीनों में शीर्ष घरेलू बाजार रहा है। इसने फरवरी में 81.6 फीसदी, जनवरी में 85.2 फीसदी, दिसंबर 2022 में 88.9 फीसदी और नवंबर 2022 में 87.9 फीसदी का पीएलएफ हासिल किया है।
6 years ago, on this day in 2017, The #UDAN scheme under the visionary leadership of Prime Minister Shri @narendramodi ji was launched.
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) April 28, 2023
🎉✈️ #UDANat6 pic.twitter.com/IEACnC30mU
मार्च में रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में तेजी से सुधार का हवाला देते हुए भारत के विमानन क्षेत्र को नकारात्मक से स्थिर कर दिया था। इसने 2022-23 में भारतीय विमानन उद्योग के नुकसान को 11,000 करोड़ रुपये से 13,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया था। साथ ही भविष्यवाणी की थी कि अगले वित्त वर्ष में यह घटकर 5,000 रुपये से 7,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। आईसीआरए ने अगले वित्त वर्ष में 8-13 फीसदी की घरेलू यात्री यातायात बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है। उम्मीद जताई जा रही है कि वित्त वर्ष 2023 में इसमें 55-60 फीसदी तेजी हो जाएगी। इससे यह 145 से 150 मिलियन पर पहुंच जाएगा, जो कोविड लेवल के पहले से काफी अधिक है।