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शाबास: नंदिनी बनी दुनिया की सबसे कम उम्र की चार्टर्ड अकाउंटेंट

गिनीज बुक के अनुसार नंदिनी जब 19 साल और 330 दिन की थीं, तब उन्होंने ये मुकाम हासिल किया। ये रिकॉर्ड बनाने की नंदिनी की यात्रा 11वीं क्लास से ही शुरू हो गई थी। वह एक ऐसा रिकॉर्ड बनाना चाहती थीं, जो दूसरों के लिए चुनौतीपूर्ण हो। इस मकसद को पाने के लिए उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा।

नंदिनी अग्रवाल

भारत के एक छोटे से शहर की रहने वाली नंदिनी अग्रवाल ने दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की उपलब्धि हासिल की है। उनकी इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी मान्यता प्रदान की है।

गिनीज बुक के अनुसार नंदिनी जब 19 साल और 330 दिन की थीं, तब उन्होंने ये मुकाम हासिल किया। इस अविश्वसनीय उपलब्धि के अलावा उन्होंने सीए फाइनल में भी शीर्ष स्थान हासिल किया है। ये रिकॉर्ड बनाने की नंदिनी की यात्रा 11वीं क्लास से ही शुरू हो गई थी। वह एक ऐसा रिकॉर्ड बनाना चाहती थीं, जिसे पार करना दूसरों के लिए चुनौतीपूर्ण हो। इस मकसद को पाने के लिए उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। कंपनियां उन्हें ट्रेनी के रूप में नहीं रखना चाहती थीं क्योंकि उनकी उम्र सिर्फ 16 साल थी।

नंदिनी अग्रवाल ने पीडब्ल्यूसी के साथ लेख ट्रेनी के रूप में अपनी कॉर्पोरेट यात्रा शुरू की। इस दौरान उन्होंने वैधानिक ऑडिट, ग्रुप रिपोर्टिंग, संदर्भित रिपोर्टिंग, आईएफआरएस असाइनमेंट, टैक्स ऑडिट और फोरेंसिक ऑडिट पर तीन साल तक काम किया। फिलहाल वह बीसीजी में एसोसिएट मैनेजमेंट कंसल्टेंट के पद पर हैं।

नंदिनी ने बताया कि 19 साल की उम्र में सीए बनने और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा इस रिकॉर्ड को मान्यता देने के बाद मैंने फरवरी 2023 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के बारे में सोचा। आवेदन के बाद का रास्ता आसान नहीं था।

उन्होने बताया कि लगातार फॉलो-अप के बावजूद 6 महीने तक कोई जवाब  नहीं आया। मैंने लगभग स्वीकार कर लिया था कि मेरे आवेदन को मंजूरी नहीं मिलेगी। लेकिन एक दिन अचानक ईमेल पर मैसेज मिला- बधाई हो, अब आप गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टाइटल होल्डर हैं। मेरे लिए वह पल अविश्वसनीय था।

नंदिनी ने कहा कि यह सब संभव नहीं होता अगर मेरे माता-पिता ने शुरू में ही मेरी क्षमता को नहीं पहचाना होता और मेरी स्कूली शिक्षा की योजना इस तरह नहीं बनाई होती कि मैं कम उम्र में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकूं।

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