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वैश्विक मुद्रा बनने की राह पर भारतीय रुपया, 35 देशों के रुख ने दिए ये अहम संकेत

भारत के केंद्रीय बैंक RBI ने जुलाई 2022 में भारत के रुपया व्यापार निपटान तंत्र की स्थापना की थी ताकि रुपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार किया जा सके। रूस के बाद अब डॉलर की तंगी से जूझ रहे कई अन्य देश इस सिस्टम की तरफ आकर्षित हो रहे हैं।

Photo by Ishant Mishra / Unsplash

भारत का रुपया ग्लोबल होने की राह पर है, कुछ संकेत तो यही दर्शा रहे हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका समेत कई देश उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं। इसी के मद्देनजर सबसे पहले रूस ने भारतीय रुपये में विदेश व्यापार शुरू किया। रूस के बाद अब लगभग 35 देशों ने रुपये के व्यापार तंत्र को बेहतर ढंग से समझने में रुचि दिखाई है।

भारत के केंद्रीय बैंक यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई 2022 में भारत के रुपया व्यापार निपटान तंत्र की स्थापना की थी ताकि रुपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार किया जा सके और अन्य देशों को इस सिस्टम की तरफ आकर्षित किया जा सके। डॉलर की तंगी से जूझ रहे कई देश इस सिस्टम को अपनाने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि रूस के बाद श्रीलंका भी भारतीय रुपया व्यापार निपटान तंत्र का उपयोग कर सकता है।

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