दुनिया भर में आर्थिक मंदी की गहराती आशंकाओं के बीच मूडीज एनालिटिक्स ने भारत समेत एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र में मंदी की संभावनाओं को खारिज किया है, हालांकि उच्च ब्याज दरों और धीमी वैश्विक व्यापार वृद्धि से बनने वाली विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की सलाह भी दी है। मूडीज ने कहा है कि भारत अपनी दीर्घकालिक क्षमता के अनुरूप अगले साल धीमी गति से विकास करेगा।
मूडीज ने हालांकि यह भी कहा है कि आंतरिक निवेश और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ कृषि में उत्पादकता में लाभ विकास को गति दे सकते हैं। लेकिन उच्च मुद्रास्फीति बनी रहती है तो भारतीय रिजर्व बैंक अपनी रेपो दर को 6 प्रतिशत से ऊपर ले जाएगा जिससे सकल घरेलू उत्पाद पर असर पड़ेगा।