भारत और कनाडा के बीच तनाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। अब कनाडा ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी करके सावधान रहने की हिदायत दी है। Skip to content

भारत-कनाडा विवादः हत्याकांड की आंच में झुलसते रिश्ते

भारत और कनाडा के बीच तनाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच इस घमासान का खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कनाडा से भारत के बीच आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या में 45 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है।

जस्टिन ट्रूडो और नरेंद्र मोदी। फाइल फोटो साभार सोशल मीडिया

भारत और कनाडा के बीच तनाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। अब कनाडा ने भारत में रहने वाले अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी करके सावधान रहने की हिदायत दी है। इससे पहले भारत की तरफ से भी ऐसी एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा जारी करने पर भी रोक लगा दी है। दोनों देशों के बीच इस घमासान का खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कनाडा से भारत के बीच आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या में 45 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों का किराया डेढ़ लाख रुपये तक पहुंच गया है। एयर इंडिया और एयर कनाडा मिलकर हर हफ्ते करीब 48 फ्लाइट संचालित करती हैं। विदेश से कनाडा आने जाने वाले कुल यात्रियों में भारत का हिस्सा करीब 1.2 प्रतिशत है।

भारत के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा सिख कनाडा में बसे हैं। कनाडा में सिखों की संख्या देश की कुल जनसंख्या का करीब दो प्रतिशत है। वे देश का चौथा सबसे बड़ा धार्मिक समूह माना जाता है। चार लाख से ज्यादा सिख कनाडा के स्थायी निवासी हैं। हर साल बड़ी संख्या में भारतीय पढ़ाई और अच्छी नौकरी की आस में कनाडा जाते हैं। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया, ओंटारियो और अल्बर्टा में सिखों की सबसे ज्यादा संख्या रहती है।

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो बार-बार हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ होने के आरोप लगा रहे हैं और जांच में सहयोग की मांग कर रहे हैं। भारत इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है। उसका कहना है कि कनाडा की तरफ से उसे इस बारे में कोई पुख्ता सबूत उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। निज्जर को भारत ने आतंकवादी घोषित कर रखा था। उस पर भारत में खालिस्तानी आंदोलन के बहाने हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप थे।

भारत और कनाडा के बीच निज्जर हत्याकांड को लेकर बढ़ती तनातनी की आंच अमेरिका तक पहुंचने की भी आशंकाएं जताई जाने लगी हैं। नई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हाल ही में जब नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आए थे, तब उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने निज्जर का मामला उठाया था। बाइडेन ही नहीं, फाइव आइज के कई अन्य सदस्य देशों ने भी मोदी से इस मसले पर बात की थी।

इस दावे की हालांकि न तो व्हाइट हाउस की तरफ से और न ही भारत सरकार की तरफ से पुष्टि की गई है। लेकिन इतना तो साफ है कि एक खालिस्तानी समर्थक की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के रिश्ते सबसे निचले स्तर तक पहुंच गए हैं।

जस्टिन ट्रूडो को लेकर कहा जा रहा है कि वह इस मामले को इतना तूल क्यों दे रहे हैं कि उन्होंने भारत से अपने रिश्तों को ही दांव पर लगा दिया है। इसके पीछे राजनीतिक वजहें भी हो सकती हैं। लेकिन अगर उनके आरोपों में कुछ दम है तो यह किसी देश की संप्रभुता में दखल देने का बड़ा मामला बनता है। ऐसे में भारत से भी उम्मीद की जानी चाहिए कि वह दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए कदम उठाए।

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