Skip to content

हिंदू हेरिटेज यूथ कैंप: सुबह से शाम तक विरासत और संस्कृति की पाठशाला

शिविर के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक जो मुझे पसंद आई वह यह है कि इसने मुझे अपने कुछ करीबी दोस्तों से मिलने का मौका दिया। मिले-जुले स्थान में चुटकुले साझा करने और अपने साथियों के साथ हर दिन गुज़ारने में इन अमूल्य और बहुमूल्य मित्रों को बनाना मुश्किल नहीं है।

शिविर में हिस्सा लेकर उत्साहित हैं युवा। Image : HHYC

कैंप यंग जूडिया पर जैसे ही सूरज धीरे-धीरे अपनी किरणों की आभा बिखेरता है और हरे-भरे परिवेश में एक गर्म व सुनहरी चमक का विस्तार होने लगता है, हवाओं में उत्साह और प्रत्याशा की भावनाएं प्रवाहित होने लगती हैं। आप देखते हैं कि भोर के समय बास्केटबॉल कोर्ट में सूर्य नमस्कार करने के लिए 60 परामर्शदाता और 240 शिविरार्थी उत्सुक खड़े हैं। यह हिंदू विरासत युवा शिविर में एक और दिन की शुरुआत है। यानी एक ऐसा गहन अनुभव, जिसने शिविरार्थियों और परामर्शदाताओं दोनों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। इसमें मैं भी शामिल हूं।

शिविर के दौरान आयोजित एक कार्यशाला। Image : HHYC

हिंदू हेरिटेज यूथ कैंप (HHYC) गर्मियों की छुट्टी मनाने का महज एक ठिकाना नहीं है। यह आज के युवाओं को हिंदू विरासत के शाश्वत ज्ञान और सांस्कृतिक खजाने से जोड़ने वाला एक सेतु है। कई शिविरार्थियों के लिए यह हिंदू दर्शन, परंपराओं और प्रथाओं के समृद्ध सागर में पहला गहरा गोता लगाने जैसा हो सकता है। जब वे प्राचीन किंवदंतियों को सुनते हैं, भजन जैसे पारंपरिक समारोहों में भाग लेते हैं और हिंदू धर्म के दर्शन और शिक्षाओं के बारे में सार्थक चर्चा में शामिल होते हैं तो उनकी आंखों में विस्मय देखना एक विनम्रता भरा अनुभव होता है। यह कुछ ऐसा होता है मानो वे अपने किसी खोए हुए हिस्से को फिर से खोज रहे हैं और एक सुरक्षित ठिकाने में अपनी जड़ों से जुड़ रहे हैं।

दिन की शुरुआत सूर्य नमस्कार के साथ। Image: HHYC

देवी-देवताओं की कहानियां, रीति-रिवाजों की पेचीदगियां और त्योहारों का महत्व जीवंत हो उठता है। यह जीवंतता पाठ्यपुस्तकें नहीं दे सकतीं। इस वर्ष शिविर में मेरा व्यक्तिगत पसंदीदा शिल्प लालटेन बनाना था! जैसे-जैसे शिविरार्थी अपनी लालटेनों को सावधानीपूर्वक डिजाइन और तैयार करते हैं वे खुद को हिंदू धर्म के समृद्ध प्रतीकवाद और उससे जुड़ी कहानियों में डूबता हुआ पाते हैं।

हिंदू विरासत युवा शिविर चरित्र विकास और नेतृत्व के निर्माण की एक शाला है। Image: HHYC

सांस्कृतिक अन्वेषण से परे हिंदू विरासत युवा शिविर चरित्र विकास और नेतृत्व के निर्माण की एक शाला है। यह सब तब होता है जब लोग अपने साथियों के साथ अधिक समय बिताते हैं और एक-दूसरे को अपनी हिंदू पहचान का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस वर्ष की थीम मसालों पर केन्द्रित थी! प्रत्येक समूह ने एक समुदाय बनाने के लिए 'हींग इज किंग' या 'बीलीफ इन योरसेल्फ' (करी पत्ता) जैसे नारों का उपयोग करते हुए एक साथ काम किया। टीम वर्क, सहयोगी परियोजनाओं और इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से शिविरार्थी सम्मान, सहानुभूति और दृढ़ता जैसे मूल्यों को विकसित करते हैं।

शिविर के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक जो मुझे पसंद आई वह यह है कि इसने मुझे अपने कुछ करीबी दोस्तों से मिलने का मौका दिया। मिले-जुले स्थान में चुटकुले साझा करने और अपने साथियों के साथ हर दिन गुज़ारने में इन अमूल्य और बहुमूल्य मित्रों को बनाना मुश्किल नहीं है। जिन लोगों से आप मिलते हैं और जिनसे मित्रता विकसित होती है वे वास्तव में शिविर को 'वर्ष के सर्वोत्तम 5 दिन' बनाते हैं।

शिक्षा, भजन और टेक्सास की तेज़ धूप से परे शिविरार्थियों का दिन आसमान में टिमटिमाते सितारों की शीतलता के साथ समाप्त होता है। लेकिन शिविर की सफलता और इसका प्रभाव ग्रेटर ह्यूस्टन (HGH) के हिंदुओं के महती समर्थन से जटिलता के साथ जुड़ा हुआ है। इस समर्थन के बिना यह समृद्ध अनुभव संभव नहीं होगा। अगले वर्ष की प्रत्याशा उत्साह से भरी हुई है क्योंकि हम उत्सुकता से अपने स्वयं के कैंपसाइट के उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं। अपने कैंपस्थल के साथ हम 40वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे।

------000

कृपा राठी पहली बार एक परामर्शदाता के रूप में शिविर में शामिल हुई हैं। इससे पहृले वह शिविरार्थी के रूप में कई बार यहां आ चुकी हैं। वह वर्तमान में यूटी ऑस्टिन में जीव विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त कर रही है।

Comments

Latest