वैश्विक उतार-चढ़ाव के चलते भारत में 40 से अधिक अरबपतियों ने पिछले एक साल में लगभग एक बिलियन डॉलर (करीब 800 अरब रुपये) से अधिक का नुकसान उठाया है। हालांकि भारत में इस दौरान 16 नए उद्याेगपति अरबपति बने हैं। नुकसान उठाने वाले उद्योगपतियों की संख्या चीन में 178 तो अमेरिका में 123 रही। हुरुन सर्वेक्षण की रिपोर्ट में बताया गया कि 2022 में दुनिया ने हर हफ्ते पांच अरबपति खोए हैं यानी इनकी संपत्ति इतनी कम हो गई कि वे अरबपति नहीं रह गए।
एम3एम हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2023 के अनुसार पिछले एक साल में 41 भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में एक अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है जिससे इनका कुल नुकसान 122.7 अरब डॉलर हो गया है। हालांकि भारत से ज्यादा संख्या चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के उद्योगपति की देखने को मिली है।
चीन में 178 और अमेरिका में 123 उद्योगपति ने पिछले वर्ष लगभग 1 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाया है। कुल मिलाकर अमेरिका के उद्योगपतियों का कुल नुकसान 603.7 बिलियन डॉलर रहा। वहीं चीनी उद्योगपतियों को 482.2 बिलियन डॉलर का झटका लगा।
हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने बताया कि दुनिया की स्थिति का भारत पर भी बड़ा प्रभाव पड़ता है। ब्याज दर में बढ़ोतरी, भारतीय रुपये के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत में 12% की बढ़ोतरी, कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ऐसे प्रमुख कारण है जिसका भारतीय व्यवसायों पर बुरा प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के शीर्ष 3 अरबपति उत्पादक देशों में से एक है। स्वाभाविक है कि वैश्विक प्रतिकूल प्रभाव का भारतीय उद्योगपतियों पर भी प्रभाव पड़ेगा।
बता दें कि भारत में इस साल 16 उद्योगपति अरबपति बने हैं। इनमें सबसे अमीर हैं रेखा राकेश झुनझुनवाला। रेखा भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज रहे राकेश झुनझुनवाला की पत्नी हैं। राकेश झुनझुनवाला की पिछले साल मौत हो गई थी।
कौन हैं सबसे अमीर भारतीय
रिपोर्ट के अनुसार भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी हैं। हालांकि भारत के आधुनिक इतिहास में गौतम अडानी सबसे तेज गति से 437 रैंक ऊपर चढ़े थे।
शीर्ष 3 'सबसे अमीर' भारतीय शहर
देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में 66 अरबपति रहते हैं। इसके बाद दिल्ली और बेंगलुरु हैं जहां क्रमश: 39 और 21 अरबपति रहते हैं।