सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में वर्चस्व बढ़ाने के लिए भारत ने अमेरिका के साथ शुक्रवार को एक समझौता किया है। भारत के दौरे पर आईं अमेरिका की वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने नई दिल्ली में कमर्शियल डायलॉग 2023 के दौरान भारत के वाणिज्य उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और नवाचार साझेदारी पर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
Resilient ties 🇮🇳🤝🇺🇸
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 10, 2023
MoU signed to establish Semiconductor Supply Chain & Innovation Partnership. pic.twitter.com/BgtmSC8VAa
भारत सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के निमंत्रण पर अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो भारत के दौरे पर हैं। इस यात्रा के दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के अवसरों को खोलने के लिए सहयोग पर 10 मार्च को फिर से चर्चा शुरू की गई थी।
इस चर्चा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और नवाचार साझेदारी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू के जरिए यूएस चिप्स और विज्ञान अधिनियम और भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के मद्देनजर सेमीकंडक्टर आपूर्ति पर दोनों देशों के बीच एक सहयोगी तंत्र स्थापित करने में मदद मिलेगी।
USIBC applauds the recent announcements around the newly launched Strategic Trade Dialogue and MoU on Semiconductors during @SecRaimondo's visit to India. Read our full comments: pic.twitter.com/McY2v2X9y3
— U.S.-India Business Council (@USIBC) March 10, 2023
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि कमर्शियल डायलॉग 2023 में सबसे सफल चीज सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना था। बता दें कि भारत अमेरिकी कमर्शियल डायलॉग एक सहकारी उपक्रम है जिसमें निजी क्षेत्रों की बैठकों के साथ-साथ दोनों सरकारों की आपस में नियमित बैठकें शामिल हैं। यह वार्ता तीन साल बाद की गई है। इससे पहले यह वार्ता फरवरी 2019 में आयोजित की गई थी जिसे कोरोना के कारण तीन साल तक आयोजित नहीं किया जा सका।
आपको बता दें कि भारत अमेरिका का नौंवा सबसे बड़ा भागीदार है। साल 2014 के बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग दोगुना पहुंच गया है और यह लगभग 191 बिलियन डॉलर को पार कर गया है। यही नहीं भारत के लिए अमेरिका एफडीआई को लेकर तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है।