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ये हैं भारत के पांच बेहतरीन जंगल, रोमांच के साथ लें शांति का अनुभव

भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 20 फीसदी हिस्सा जंगलों से भरा है। ये जंगल कुछ शानदार जानवरों का घर हैं।

Photo by Atharva Tulsi / Unsplash

भारत में वन्यजीवों की आबादी खूब है और यहां विभिन्न तरीके के वन्यजीव पाए जाते हैं। भारत उन देशों में से एक है जहां पर जंगल की यात्रा करने वाले पर्यटक सबसे ज्यादा आते हैं। खूबसूरत पहाड़ियों, मनमोहक नदियों और घने-हरे जंगलों के साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए इस देश में बहुत कुछ है। अगर आप शहर के जीवन से दूर एक रोमांच भरा अनुभव लेना चाहते हैं तो जंगल की एक ट्रिप आपके लिए परफेक्ट ऑप्शन है।

बता दें कि भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 20 फीसदी हिस्सा जंगलों से भरा है। ये जंगल कुछ शानदार जानवरों का घर हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के पांच ऐसे जंगलों के बारे में जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए। यहां आप रोमांच से भरा हुआ अनुभव ले पाएंगे और प्रकृति के बीच सुकून से कुछ दिन बिता सकेंगे। ये ट्रिप न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक थकान से भी निजात दिलाएंगी।

काजीरंगा नेशनल पार्क

असम में स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क में एक सींग वाले गैंडे की दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी पाई जाती है। इसके अलावा स्वांप डियर और वाइल्ड वाटर बफेलो जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों का भी घर यह नेशनल पार्क है। इसके अलावा साइबेरिया तक से पक्षी यहां आते हैं। 430 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस पार्क में 86 बाघ हैं। इसे बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट के रूप में भी जाना जाता है। यहां आप जीप सफारी या फिर एलिफेंट सफारी के जरिए घूम सकते हैं। नवंबर मध्य से अप्रैल की शुरुआत तक यह पार्क यात्रियों के लिए खुला रहता है।

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क

उत्तराखंड में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क वाइल्डलाइफ ट्रिप के लिए सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है। यह भारत का पहला नेशनल पार्क है और यहां की सफारी अपने आप में बेहतरीन अनुभव है। पौधों और वन्य जीवों की कई प्रजातियों के घर इस नेशनल पार्क में रामगंगा नदी के पास आप राफ्टिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद भी उठा सकते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां की स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की 586 प्रजातियां देखी जा सकती हैं।

रणथंबोर नेशनल पार्क

राजस्थान का नाम सुनते ही दिमाग में दूर तक फैले रेगिस्तान की छवि बन जाती है। लेकिन इस प्रदेश में एक शानदार जंगल भी मौजूद है। रणथंबोर नेशनल पार्क छुट्टियां मनाने के लिए एक बेहतरीन जगह है। यहां घूमने का सबसे ज्यादा मजा ठंड के मौसम में आता है। यह पार्क पक्षियों की कई प्रजातियों का घर है। इसके साथ ही यहां बड़ी संख्या में बाघ पाए जाते हैं जिन्हें सर्दियों के मौसम में आजादी से घूमते देखा जा सकता है। प्रकृति के बीच एक ट्रिप बिताना चाहते हैं तो रणथंबोर परफेक्ट जगह है।

कान्हा नेशनल पार्क

अपने जंगलों के लिए मशहूर मध्य प्रदेश में स्थित कान्हा नेशनल पार्क की स्थापना साल 1955 में हुई थी। 940 वर्ग किलोमीटर में फैला यह नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और वास्तुकला के लिए हमेशा से पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा है। साल 1968 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत  इस पार्क के 917.43 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया था। सतपुड़ा की पहाड़ियों से घिरा यह जंगल 1879-1910 तक यहां अंग्रेज शिकार किया करते थे। लुप्तप्राय बारहसिंगा की प्रजातियों का यह घर है।

बांदीपुर नेशनल पार्क

874 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला बांदीपुर नेशनल पार्क कर्नाटक में स्थित है। एक समय में यह मौसूर राज्य के महाराज का शिकार करने का निजी स्थान हुआ करता था। विलुप्त होने की कगार पर मौजूद कई वन्यजीवों की प्रजातियों का यह घर है। साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत वेणुगोपाल पार्क में लगभग 800 वर्ग किलोमीटर जोड़कर बांदीपुर टाइगर रिजर्व की स्थापना की गई थी। यहां बाघ, तेंदुए, हाथी, भालू, सांभर, चीतल, काकड़ जैसे कई जानवर और पक्षियों की 200 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।

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