रुपये के कमजोर होने और डॉलर के मजबूत होने की वजह से अनिवासी भारतीय (NRIs) अब भारतीय कमर्शियल बैंकों की डिपॉजिट योजनाओं में पैसा जमा करने को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं। अगस्त 2022 तक एनआरआई डिपॉजिट में 684 करोड़ डॉलर (563.54 अरब रुपये) की कमी आई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया कि एक साल पहले एनआरआई डिपॉजिट में राशि 141 अरब 52 करोड़ डॉलर (116.58 खरब रुपये) थी जो इस साल अगस्त तक 134 अरब 68 करोड़ (110.99 खरब रुपये) रह गई।