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डॉलर की मजबूती से वैश्विक दरों में हुआ इजाफा तो NRI डिपॉजिट में आई गिरावट

इस साल अगस्त 2022 तक एनआरआई डिपॉजिट में 684 करोड़ डॉलर (563.54 अरब रुपये) की कमी आई है। इसके पीछे वैश्विक ब्याज दरों में इजाफा एक प्रमुख वजह है।आरबीआई ने फॉरेन एक्सचेंज इनफ्लो को बेहतर बनाने के लिए कुछ मानकों की घोषणा की थी, उनका भी ज्यादा लाभ नहीं हुआ।

Photo by PiggyBank / Unsplash

रुपये के कमजोर होने और डॉलर के मजबूत होने की वजह से अनिवासी भारतीय (NRIs) अब भारतीय कमर्शियल बैंकों की डिपॉजिट योजनाओं में पैसा जमा करने को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं। अगस्त 2022 तक एनआरआई डिपॉजिट में 684 करोड़ डॉलर (563.54 अरब रुपये) की कमी आई है।

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इस साल अप्रैल से अगस्त के बीच एनआरआई की ओर से होने वाले डिपॉजिट फ्लो 143 करोड़ डॉलर (117 अरब 82 करोड़ 84 लाख 25 हजार रुपये) रहा है। Photo by Artem Beliaikin / Unsplash

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया कि एक साल पहले एनआरआई डिपॉजिट में राशि 141 अरब 52 करोड़ डॉलर (116.58 खरब रुपये) थी जो इस साल अगस्त तक 134 अरब 68 करोड़ (110.99 खरब रुपये) रह गई।

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