Skip to content

‘अमेरिकन सिख’ : इस लघु फिल्म में US में सिखों के संघर्ष की कहानी है

फिल्म में 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों के बाद अमेरिका में सिखों के संघर्ष, पगड़ी पहनने और 'आतंकवादी' और 'ओसामा बिन लादेन' जैसे नामों से पुकारे जाने के कारण उन पर किए गए हमलों का भी वर्णन किया गया है। 9/11 के हमलों के बाद सिखों को एक बाहरी व्यक्ति के रूप में 'खलनायक' के रूप में देखा जाने लगा।

‘अमेरिकन सिख’ का निर्देशन रेयान वेस्ट्रा ने किया है। फोटो : @seehra

फिल्म निर्माता विकास खन्ना और ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा की लघु फिल्म ‘अमेरिकन सिख’ दयालुता, लचीलेपन पर रोशनी डालती है। अमेरिकी मूल के पगड़ीधारी सिख विश्वजीत की सच्ची कहानी पर बनी 'अमेरिकन सिख' 10 मिनट से भी कम समय की है। खन्ना ने न्यूयॉर्क में अपने आवास पर लघु फिल्म का विशेष प्रदर्शन किया। इससे पहले अमेरिकी सिख गुरिंदर सिंह खालसा के जीवन पर बनी लघु फिल्म 'सिंह' ने 'शॉर्ट फिल्म ऑफ द इयर' का पुरस्कार जीता था।

इस लघु फिल्म में 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों के बाद अमेरिका में सिखों के संघर्ष, पगड़ी पहनने और 'आतंकवादी' और 'ओसामा बिन लादेन' जैसे नामों से पुकारे जाने के कारण उन पर किए गए हमलों का भी वर्णन किया गया है। 9/11 के हमलों के बाद सिखों को एक बाहरी व्यक्ति के रूप में 'खलनायक' के रूप में देखा जाने लगा।

अमेरिकी सिख सुपरहीरो पर बनी लघु फिल्म ‘अमेरिकन सिख’ का निर्देशन रेयान वेस्ट्रा ने किया है। खन्ना और मोंगा इसके कार्यकारी निर्माता हैं। खन्ना और मोंगा ने इस साल लघु वृतचित्र 'द एलीफेंट व्हिस्परर्स' के लिए ऑस्कर पुरस्कार जीता था।

इस फिल्म का उद्देश्य सिख धर्म के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सिख कहानियों के बारे में स्कूलों में बच्चों को शिक्षित करना है। फिल्म को लगभग 600 लोगों का समर्थन मिला है और यह ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड शॉर्ट के लिए शॉर्टलिस्ट होने की यात्रा पर है।

विकास खन्ना का कहना है कि खड़े होने और बुराई और नफरत से लड़ने के लिए इतनी करुणा और प्रेम के साथ लड़ने के लिए हिम्मत और साहस की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि लोग जो सोचते हैं उसे स्वीकार नहीं करने और अपनी धारणा को बदलने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है, जिसे सिंह अपने काम के साथ करने का प्रयास कर रहे हैं।

विकास खन्ना का कहना है कि मैंने सिखों में हमेशा सुपरहीरो को देखा हैं। उन्होंने कहा कि आपदा और कठिन समय में मदद करने वालों में सिख हमेशा अग्रणी होते हैं।  उन्हें गुरुद्वारों में हमेशा आश्रय, भोजन, प्यार, देखभाल और अपनेपन की भावना मिली है। अमृतसर में जन्मे खन्ना का कहना है कि हमें लोगों को बताना होगा कि हम कौन हैं - यह रेस्तरां, किताबें, टीवी, डॉक्युमेंटरी, फिल्मों के माध्यम से हो सकता है।

बता दें कि इससे पहले लघु फिल्म 'सिंह' गुरिंदर सिंह खालसा के जीवन की उस घटना पर आधारित है जिसमें उन्हें पगड़ी उतारे बिना विमान में जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। वाकया मई 2007 का है। इस लघु फिल्म में दिखाया गया है कि गुरिंदर को अपनी धार्मिक आस्था और अंतिम सांसे गिन रही अपनी मां से मिलने के लिए विमान पकड़ने के बीच कोई विकल्प चुनना था।

Comments

Latest