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अबू धाबी दे रहा है भारतीयों को पैसा कमाने का बड़ा मौका, जानिए कैसे

भारत और यूएई के बीच सदियों पुराने व्यापारिक संबंध हैं। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 2021-22 में भारत-यूएई के बीच 72.8 बिलियन अमरीकी डालर का व्यापार हुआ। इस तरह यूएई चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार हो गया है।

दुनिया में अपना विस्तार करने की इच्छुक भारतीय कंपनियों को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) बड़ा मौका दे रहा है। सरकार ने भारतीय स्टार्टअप्स को राजधानी अबू धाबी में निवेश के लिए आमंत्रित किया है और कहा है कि वे यहां हाइड्रोकार्बन के अलावा अन्य कारोबार में पैसा लगाएं। इससे न सिर्फ भारतीय कंपनियां कारोबार में विविधता ला सकेंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

अबू धाबी ने भारतीय स्टार्टअप्स के निवेश के लिए जिन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का चयन किया है।

अबू धाबी ने भारतीय स्टार्टअप्स के निवेश के लिए जिन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का चयन किया है, उनमें कृषि प्रौद्योगिकी, पर्यटन, स्वास्थ्य देखभाल, फार्मा और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं। अबू धाबी के निवेश कार्यालय (ADIO) के कार्यवाहक महानिदेशक अब्दुल्ला अब्दुल अजीज अलशम्सी ने कहा कि ऐसे सभी निवेश में उनका कार्यालय मदद करेगा। उन्होंने इसे भारत और यूएई के संबंधों में स्वाभाविक विस्तार का जरिया बताया।

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