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जुबान से जहर उगलने के आरोपी जाकिर नाइक पर भारत ने कसा शिकंजा!

जाकिर नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) और पीस टीवी नेटवर्क का संस्थापक है। उसके खिलाफ भारत में सांप्रदायिक नफरत भड़काने, आतंकवादी कार्यों के लिए पैसा जुटाने, मनी लॉन्ड्रिंग और नफरती भाषण देने के मामले दर्ज हैं। सरकार 2017 में उसे भगोड़ा घोषित कर चुकी है।

भारत सरकार जाकिर नाइक को 2017 में भगोड़ा घोषित कर चुकी है। (फाइल फोटो)

विवादित इस्लामी उपदेशक और भगोड़े भारतीय जाकिर नाइक को जल्द ही ओमान से गिरफ्तार करके भारत लाया जा सकता है। मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया है कि जाकिर नाइक 23 मार्च से ओमान की यात्रा पर जाने वाला है, वहीं पर उसकी गिरफ्तारी हो सकती है। इसके लिए भारतीय खुफिया एजेंसियां ओमान के अधिकारियों के संपर्क में हैं।

जाकिर नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) और पीस टीवी नेटवर्क का संस्थापक है। भारत सरकार ने 2016 में आईआरएफ को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। उसके पीस टीवी पर भारत ही नहीं बांग्लादेश, कनाडा, श्रीलंका और यूके भी बैन लगा चुका है। फिलहाल वह मलेशिया में रहता है लेकिन मलेशिया सरकार भी 2020 में उसके भाषणों पर रोक लगा चुकी है।

जुलाई 2016 में ढाका में बम धमाके के बाद जाकिर नाइक भारत से भाग गया था। इस धमाके में 29 लोग मारे गए थे। इस हमले में शामिल आतंकियों ने दावा किया था कि वे जाकिर नाइक से प्रभावित थे और उसके भाषण सुना करते थे। जाकिर के खिलाफ भारत में सांप्रदायिक नफरत भड़काने, आतंकवादी कार्यों के लिए पैसा जुटाने, मनी लॉन्ड्रिंग और नफरती भाषण देने के मामले दर्ज हैं। भारत सरकार 2017 में उसे भगोड़ा घोषित कर चुकी है। उसी साल वह भारत से मलेशिया भाग गया था।

खबरों में बताया गया है कि जाकिर नाइक को ओमान में दो तकरीर देने के लिए आमंत्रित किया गया है। 23 मार्च को कुरान एक वैश्विक जरूरत नाम के संबोधन का आयोजन ओमान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने किया है। दूसरा भाषण 25 मार्च की शाम को सुल्तान कबूस विश्वविद्यालय में होगा, जिसका विषय पैगंबर मुहम्मद- इंसानों के लिए एक रहमत बताया गया है।

जाकिर नाइक को ओमान बुलाए जाने का मुद्दा भारतीय विदेश मंत्रालय नई दिल्ली में ओमान के राजदूत के समक्ष उठा चुका है। ओमान में भारतीय राजदूत ने भी ओमानी विदेश मंत्रालय के सामने यह मुद्दा उठाया था।

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