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अरुणाचल का परशुराम कुंड जहां डुबकी लगाने को जुटती है हजारों की भीड़

अरुणाचल के लोहित जिल में 21 किलोमीटर उत्तर में तेजु स्थित परशुराम कुंड पर हजारों श्रद्धालु आते हैं। भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम पर इस कुंड का नाम रखा गया है। घाटी में लोहित नदी का कटाव अपने आप में मनोहारी है।

lohit.nic.in

भारत का एक सुदूर हिस्सा हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर सैलानियों और श्रद्धालुओं की चहलकदमी से जीवंत हो उठता है। अरुणाचल के लोहित जिल में 21 किलोमीटर उत्तर में तेजु स्थित परशुराम कुंड पर भारत ही नहीं, नेपाल से भी हजारों श्रद्धालु आते हैं। हिंदुओं के इस तीर्थस्थल का नाम भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम के नाम पर रखा गया है।

परशुराम कुंड हिंदुओं का तीर्थ स्थल है। Photo: Wikicommons 

परशुराम कुंड की यात्रा करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपकी धार्मिक आस्था हो। आप बतौर सैलानी भी यहां आ सकते हैं और मनोरम दृश्यों को निहार सकते हैं। हालांकि यह सही है कि एक आम सैलानी के ठिकानों में आम तौर पर परशुराम कुंड शामिल नहीं होता। अरुणाचल में बाकी जगहों के मुकाबले यहां कम ही लोग आते हैं। इसकी एक वजह खस्ताहाल सड़कें और दूसरी वजह है दूरी, जो यहां आने से सैलानियों के कदम रोक लेती है।

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