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भारतीय मूल के जर्मन सांसद ने कहा, भारत की विकास गाथा अनुकरणीय

राहुल कुमार का जन्म भारत के हरियाणा राज्य में हुआ। राज्य के यमुनानगर जिले के एक गांव से शुरू होकर सांसद बनने तक की उनकी यात्रा निश्चित रूप से प्रेरणादायी है। बचपन से ही कुमार जर्मनी में रहे लेकिन उनका परिवार बड़ी मजबूती के साथ अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है।

जर्मनी में पहली बार फैंकफर्ट से जीत हासिल करने वाले भारतीय मूल के सांसद राहुल कुमार ने अपने मुल्क के लोगों को जड़ों से जुड़े रहने की सलाह दी है। वैसे राहुल को फ्रैंकफर्ट की विविधता पसंद है। जबसे उनके पिता जर्मनी आए तब से राहुल यहीं पले-बढ़े। राहुल कहते हैं कि भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में जो प्रगति की है, उससे वह खासे प्रभावित हैं।

बचपन से ही कुमार जर्मनी में रहे लेकिन उनका परिवार बड़ी मजबूती के साथ अपनी जड़ों से जुड़ा रहा। 

राहुल कहते हैं कि फ्रैंकफर्ट में प्रवासी पृष्ठभूमि के लोगों की संख्या अच्छी-खासी है। इस नाते उनकी सांस्कृतिक जड़ें अलग किंतु बहुरंगी और जीवंत हैं। यहां हर किसी के लिए जगह है। राहुल को पिछले साल ही फ्रैंकफर्ट से सांसद चुना गया था।

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