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NRI दूल्हों से धोखे का शिकार, महिला आयोग का मिल रहा सहारा

राष्ट्रीय महिला आयोग विदेश में सताई शादीशुदा बेटियों के लिए 2009 से एक अलग से कार्यक्रम चला रही है।

प्रतीकात्मक फोटो 

लड़कियों के लिए विवाह उनके एक नए जीवन की शुरुआत मानी जाती है। लेकिन कइयों के लिए नए जीवन का आगमन बुरे सपने में बदल जाता है। भारत में कई लड़कियों को शादी के बाद दहेज और रंगरूप से लेकर अलग-अलग वजहों से प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। यह हाल सिर्फ भारतीय दूल्हे से हुई शादी का ही नहीं है बल्कि कई बार एनआरआई दूल्हे से शादी एक त्रासदी के रूप में तब्दील हो जाती है।

पीड़ित महिलाओं के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग में अलग से एक इकाई बनाई गई है।

शादी के बाद विदेश न ले जाना, हनीमून के बाद वापस घर छोड़ देना आदि ऐसी घटनाएं समाज में काफी आम हो गई हैं। इन मामलों से भारत का कानून अपने तरीके से निपटता है। दूसरी ओर पीड़ित महिलाओं के लिए  राष्ट्रीय महिला आयोग में अलग से एक इकाई बनाई गई है जो न केवल उनकी आप-बीती सुनती है बल्कि उन्हें न्याय दिलाने में भी योगदान देती है।

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