लड़कियों के लिए विवाह उनके एक नए जीवन की शुरुआत मानी जाती है। लेकिन कइयों के लिए नए जीवन का आगमन बुरे सपने में बदल जाता है। भारत में कई लड़कियों को शादी के बाद दहेज और रंगरूप से लेकर अलग-अलग वजहों से प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। यह हाल सिर्फ भारतीय दूल्हे से हुई शादी का ही नहीं है बल्कि कई बार एनआरआई दूल्हे से शादी एक त्रासदी के रूप में तब्दील हो जाती है।

शादी के बाद विदेश न ले जाना, हनीमून के बाद वापस घर छोड़ देना आदि ऐसी घटनाएं समाज में काफी आम हो गई हैं। इन मामलों से भारत का कानून अपने तरीके से निपटता है। दूसरी ओर पीड़ित महिलाओं के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग में अलग से एक इकाई बनाई गई है जो न केवल उनकी आप-बीती सुनती है बल्कि उन्हें न्याय दिलाने में भी योगदान देती है।