भारत के महाराष्ट्र में सफर के शौकीनों के लिए यूं तो कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन यहां के बुलढाणा जिले में प्रकृति की एक अनोखी कारीगरी देखने को मिलती है। औरंगाबाद से चार घंटे की दूरी पर है लोनार झील। कहते हैं इसका निर्माण हजारों-लाखों साल पहले एक उल्का पिंड के गिरने से हुआ था। कई बार इसका पानी गुलाबी नजर आता है। अगर आपको अद्भुत जगहें एक्सप्लोर करने का शौक है तो इस अद्भुत झील और आसपास के मंदिरों को जरूर देखेंं
इस झील को जियो हेरिटेज स्मारक का तमगा दिया गया है। लोनार झील को साल 2016 में रामसर कंजर्वेशन संधि के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व का दर्जा मिला था। इस झील को धरती पर बैसाल्टिक रॉक में मौजूद चार ज्ञात क्रेटर्स में से एक माना जाता है। अंडाकार रूप वाली यह खारे पानी की झील है। इसमें हेलोआर्किया माइक्रोब्स की मौजूदगी है, जिसकी वजह से इसका पानी अक्सर गुलाबी रंग का नजर आता है।