भारत में अद्वितीय वनस्पतियों और जीवों की प्रजातियों की शानदार विविधता देखने को मिलती है। यहां के सुरक्षित वन्यजीव अभयारण्यों (वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरीज) में जानवर स्वतंत्र रूप से घूमते हैं। वन्य जीवों और पौधों की प्रजातियों की बड़ी संख्या के साथ यह कोई हैरत की बात नहीं है कि क्यों भारत पर्यटकों के लिए उनके सपनों की जगह है। भारत में लगभग 560 वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी हैं। हम आपको इनमें से सबसे बेहतरीन सैंक्चुअरी के बारे में बता रहे हैं जिनकी यात्रा आपको जरूर करनी चाहिए।
भद्रा वन्यजीव अभयारण्य (Bhadra Wildlife Sanctuary)
यह कर्नाटक की सर्वश्रेष्ठ वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी है। इसमें भद्रा नदी है जिसके किनारों पर दिन के समय आपको कई जानवर दिख जाएंगे। यह सैंक्चुअरी 490 वर्ग किलोमीटर से अधिक के क्षेत्रफल में फैली हुई है और ओरैंगुटैन व मालाबार गिलहरी जैसी कई विलुप्तप्राय प्रजातियों का घर है। वाइल्डलाइफ के अलावा यह सैंक्चुअरी कई रोमांचक गतिविधियों की पेशकश करती है जिनमें ट्रेकिंग और बोट सफारी शामिल हैं। यहां जाने का सबसे अच्छा समय मार्च से मई के बीच का है।
हेमिस नेशनल पार्क (Hemis National Park)
समुद्र तल से करीब 6000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हेमिस नेशनल पार्क जम्मू-कश्मीर में है। यह भारत की सबसे ऊंचाई पर स्थित वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी है। यहां शापू, तेंदुए, भराल समेत कई जानवर देखे जा सकते हैं। इस सैंक्चुअरी में चिड़ियों की 73 से ज्यादा प्रजातियां हैं जिनमें हिमालयन व्हिसलिंग थ्रश भी शामिल है।
ग्रिजल्ड स्क्वायर वन्यजीव अभयारण्य (Grizzled Square Wildlife Sanctuary)
तमिलनाडु के मदुरै जिले में स्थित इस वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी का नाम इसकी दुर्लभ और विलुप्तप्राय चिड़िया की एक प्रजाति पर रखा गया है। यहां की हरियाली और बेहतरीन नजारे भारत के साथ-साथ विदेशों से भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसकी खूबसूरती देखने के लिए आपको यहां की सफारी ट्रिप जरूर करनी चाहिए।
ताडोबा आंधारी टाइगर रिजर्व (Tadoba Andhari Tiger Reserve)
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित यह टाइगर रिजर्व राज्य की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी है। यहां का घना जंगल 88 बाघों का घर है। इसके अलावा यहां जगली बिल्लियां, बार्किंग डियर और सांबर भी मौजूद हैं। इस सैंक्चुअरी की स्थापना 1995 में हुई थी जब इस रिजर्व को बनाने के लिए एक नेशनल पार्क और एक वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी को एक में मिला दिया गया था। 625.3 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली यह सैंक्चुअरी चिड़ियों की कई दुर्लभ प्रजातियों का घर भी है।
अस्कोट मस्क डियर वन्यजीव अभयारण्य
उत्तराखंड में मौजूद इस वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी को मस्क डियर और हिरन की अन्य प्रजातियों को बचाने के लिए 1986 में विकसित किया गया था। 600 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल में फैली यह सैंक्चुअरी जानवरों और पौधों की कई प्रजातियों का घर है। यहां की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से सितंबर के बीच का माना जाता है।